Novak Djokovic को था 24वां ग्रेंडस्लैम जीतने का भरोसा, रिकॉर्ड जीत के बाद भी नहीं हुई कोई हैरानी

जोकोविच का 2023 में ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं में रिकॉर्ड 23-1 है। वह इस बीच विंबलडन फाइनल में 20 वर्षीय कार्लोस अल्कराज से हार गए थे। जोकोविच ने जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन फाइनल में 24 वर्षीय स्टेफानोस सिटसिपास और जून में फ्रेंच ओपन फाइनल में 24 वर्ष के एक अन्य खिलाड़ी कैस्पर रूड को हराया था।

न्यूयॉर्क। आम टेनिस प्रेमी की धारणा थी कि नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल और रोजर फेडरर अब नए खिलाड़ियों के लिए मंच छोड़ देंगे और ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता में दुनिया को नए चैंपियन देखने को मिलेंगे।
फेडरर संन्यास ले चुके हैं और नडाल कूल्हे की परेशानी के कारण इस सत्र में अधिकतर प्रतियोगिताओं में नहीं खेल पाए लेकिन जोकोविच ने 36 साल की उम्र में भी अपना दबदबा बरकरार रखा है।

जोकोविच ने रविवार को अमेरिकी ओपन फाइनल में दानिल मेदवेदेव को6-3, 7-6 (5), 6-3 से हराकर रिकॉर्ड 24वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीता। टेनिस इतिहास में सर्वाधिक ग्रैंडस्लैम जीतने के मामले में अब वह महिला टेनिस खिलाड़ी मार्गरेट कोर्ट की बराबरी पर पहुंच गए हैं। जोकोविच इस जीत से फिर से दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी भी बन गए हैं।
जोकोविच से पूछा गया कि क्या उन्हें नई पीढ़ी के खिलाफ भी अपना पुराना प्रदर्शन जारी रखना असामान्य नहीं लगता, उन्होंने कहा,‘‘नहीं, कतई नहीं। और किसी को इस पर हैरान भी नहीं होना चाहिए।’’

उन्होंने कहा,‘‘यह कहना अहंकार पूर्ण लग सकता है लेकिन मैं वास्तव में हैरान नहीं क्योंकि मैं जानता हूं कि इसके लिए मैंने कितनी कड़ी मेहनत की है, कितना समर्पण किया है और कितनी ऊर्जा लगाई है। इसलिए मैं जानता हूं कि मैं इसका हकदार हूं। मुझे हमेशा खुद पर और अपनी क्षमताओं, अपने कौशल पर भरोसा रहा।’’
जोकोविच ने कहा ,‘‘इसलिए ईमानदारी से कहूं तो मैं वास्तव में हैरान नहीं हूं क्योंकि मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। मैं शारीरिक रूप से फिट हूं और पहले की तरह तैयारियां कर रहा हूं।’’

जोकोविच का 2023 में ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं में रिकॉर्ड 23-1 है। वह इस बीच विंबलडन फाइनल में 20 वर्षीय कार्लोस अल्कराज से हार गए थे।
जोकोविच ने जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन फाइनल में 24 वर्षीय स्टेफानोस सिटसिपास और जून में फ्रेंच ओपन फाइनल में 24 वर्ष के एक अन्य खिलाड़ी कैस्पर रूड को हराया था। अब अमेरिकी ओपन के फाइनल में उन्होंने 27 वर्षीय मेदवेदेव को पराजित करके बढ़ती उम्र में भी अपने दमखम का शानदार नमूना पेश किया।
जोकोविच ने कहा,‘‘ उम्र महज एक संख्या है। अगर मैं अब भी खेल के चरम पर हूं तो फिर मैं टेनिस को अलविदा कहने के बारे में विचार भी नहीं करना चाहता हूं। यहां तक कि मैं उस बारे में सोचना भी नहीं चाहता हूं।

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