विज्ञापन ही आज का प्रबंधन सूत्र है इसलिए काम हो न हो दूसरे लोगों के सामने काम की चर्चा ज़रूर करें। हमारे छोटे से छोटे काम का प्रभाव ज़बर्दस्त होना चाहिए। मान लीजिए, हम किसी गरीब को आजीविका कमाने के लिए पुराने अखबार दें तो उसे भी क्लब का एक इवेंट बना दिया जाए।
एक बार मिली ज़िंदगी में समाज सेवा नहीं की तो कुछ नहीं किया। समाज सेवा जीवन में नए रस और रंग भर देती है। ऐसे शायद कभी न की हो, समूह में आप दूसरों की मदद करने को तैयार हो जाते हो। इस सेवा के अनेक निजी फायदे भी हैं। जिन मनपसंद ख़ास लोगों से मिलना संभव नहीं हो पता, इस सेवा के बहाने आप उनसे मिल सकते हैं, उनके साथ सेल्फी ले सकते हैं, उनके साथ आपका उठाना बैठना होता है। स्वाभाविक है यह अच्छा ही लगता है। उनकी खूबसूरत सोहबत में सार्वजनिक आयोजनों में हिस्सा लेने का मौका मिलता है। पार्टी होती है। नए आकर्षक वस्त्र खरीदने की प्रेरणा मिलती है। ज़िंदगी के सबसे यादगार बढ़िया समूह चित्र समाज सेवा के आंगन में खिंचते हैं।
प्रसिद्ध क्लब की स्थानीय शाखा की नई अध्यक्ष ने पहली बैठक में, सामाजिक प्रभाव बढाने हेतु बहुत ज़रूरी उन्नतिशील बातें की। उन्होंने कहा, हम पिछली टीम से ज़्यादा काम करके दिखाएंगे। गरीबों और ज़रुरतमंदों को उनसे ज़्यादा फूल, दूध, फल, खाना व कपडे उपलब्ध कराएंगे। अब सब नया है, हमारी टीम नई है, नए सदस्य जुड़ें हैं, नया उत्साह है इसलिए हमने नई टीम भावना के साथ काम करना है। बहुत दिनों से हम सब नए वस्त्र नहीं खरीद पाए होंगे, अब ज़रूर खरीद लें और ध्यान रखें क्लब की किसी भी बैठक में कोई सदस्य पुराने वस्त्र पहनकर न आए।
पुराने जो भी वस्त्र ज़रूरत मंदों को दिए जा सकते हैं इक्कठे कर लिए जाएं, उन्हें हम शहर में नेकी की दीवार बनाकर उस पर टांग देंगे। नए वस्त्र और हेयर स्टायल ऐसे होने चाहिए जो हमारी पर्सनेलिटी को फोटोजेनिक बनाने में मदद करें। हमारी सभी फ़ोटोज़ बहुत सुन्दर होनी चाहिएं। हमारे क्लब के सभी आयोजनों में सभी चुस्त दिखें इसके लिए सभी अपना स्वास्थ्य ठीक रखें। रोजाना सैर और व्यायाम करें। हमारे क्लब की मीटिंग्स और पार्टीज़ ज्यादा हुआ करेंगी इसलिए आप अपने बच्चों को ट्रेंड कर दें ताकि वे घर के बुजुर्गों के साथ या बाई के पास आराम से रह सकें क्यूंकि कार्यक्रम में बच्चे आ जाएं तो सब परेशान होते हैं।
विज्ञापन ही आज का प्रबंधन सूत्र है इसलिए काम हो न हो दूसरे लोगों के सामने काम की चर्चा ज़रूर करें। हमारे छोटे से छोटे काम का प्रभाव ज़बर्दस्त होना चाहिए। मान लीजिए, हम किसी गरीब को आजीविका कमाने के लिए पुराने अखबार दें तो उसे भी क्लब का एक इवेंट बना दिया जाए। लुभावनी बैक ग्राउंड के सामने ग्रुप में खड़े होकर, अखबार, गिफ्ट पेपर में पैक कर देने चाहिए। अखबारों और सोशल मीडिया पर फोटो ज़रूर आनी चाहिए। जान पहचान के ज़्यादा से ज़्यादा लोगों से आग्रह करें कि खूब लाइक और शेयर करें।
सबसे ज़रूरी है कि सभी सदस्य, प्रेस वालों से बेहतर रिश्ते बनाएं। अगर ऐसा करेंगे तो हमारी फोटो के नीचे छपेगा, शहर के प्रसिद्ध क्लब के सदस्यों ने अपनी बैठक में समाज कल्याण से जुड़े अनेक मुद्दों पर चर्चा की। इस वक्तव्य के बाद नए अध्यक्ष के ओजस्वी, प्रगतिशील विचारों को खूब तालियां मिली। अब सभी को भूख लग रही थी तभी महत्वपूर्ण सूचना दी गई कि खाना लग चुका है। अलग अलग किस्म का स्वादिष्ट खाना किसे अच्छा नहीं लगता। बैठक संपन्न हो चुकी थी।
– संतोष उत्सुक