बाइक से अयोध्या जा रही मां नर्मदा की पुत्री, आखिर क्यों लिया इतना कठिन फैसला?

जबलपुर. मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर से भी साधु संतों को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का विशेष आमंत्रण मिला है. इन संतों में साध्वी शिरोमणि भी शामिल हैं. मां नर्मदा की पुत्री कहलाने वाली साध्वी शिरोमणि अनोखे तरीके से अयोध्या रवाना हुई हैं. वे बाइक पर रामलला के दर्शनों के लिए निकली हैं. वे बाइक से तकरीबन 650 किलोमीटर की यात्रा के बाद अयोध्या पहुंचेंगी. 12 जनवरी को उन्होंने गौरीघाट में मां नर्मदा का पूजन किया. उसके बाद कलश में नर्मदा जल लेकर उन्होंने अपनी सहयोगी अंजलि के साथ यह यात्रा शुरू की है.

साध्वी शिरोमणि ने खास बातचीत में बताया कि पुराने दिनों में वे जयश्री के नाम से जानी जाती थीं. लेकिन, साध्वी ऋतंभरा के संपर्क में आने के बाद उनका न केवल नाम, बल्कि जीवन ही बदल गया. उन्होंने भी जीवन की मोह माया को त्याग कर वैराग्य धारण कर लिया.

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साध्वी ऋतंभरा की प्रेरणा से उन्हें साध्वी शिरोमणि का नाम मिला. अब वे कई सालों से हिंदू धर्म के प्रति लोगों को जागरूक कर रही हैं. बता दें, इसके पहले भी वे बाइक से देश के कई हिस्सों में यात्रा कर चुकी हैं. इसीलिए अयोध्या की यात्रा भी वे अपनी बाइक से ही करेंगी.

यात्रा के दौरान कई तीर्थ स्थलों का ब्रमण करेंगी साध्वी
साध्वी शिरोमणि अपनी इस यात्रा के दौरान विभिन्न तीर्थ स्थलों का भ्रमण करते हुए 20 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगी. जहां सरयू नदी में मां नर्मदा का जल मिलाकर पूजन करेंगी. उसके बाद भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगी. इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों को संदेश दिया है कि “अहं” की बजाय “हम” में विश्वास रखें. ‘ ह से हिंदू’ और ‘ म से मुस्लिम’ यह दोनों मिलकर ही हम की परिभाषा को साकार कर सकेंगे.

Tags: Ayodhya Mandir, Ram Mandir

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