दो साल के बच्चे का शिकार करने वाला तेंदुआ पिंजरे में हुआ कैद, लेकिन डर अब भी बरकरार

हिमांशु जोशी/ पिथौरागढ़. गंगोलीहाट के कोठेरा गांव में गुलदार पिछले दिनों 2 साल के बच्चे को घर के आंगन से उठा ले गया था. जिसमें बच्चे की मौत हो गई थी. तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने गांव में पिंजरा लगाया था. साथ ही विभाग की दो टीम क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही थी. तेंदुए की निगरानी के लिए कैमरा ट्रैप भी लगाए गए थे. जिसके बाद विभाग को सफलता मिलते हुए गुलदार बीते दिन सुबह करीब पांच बजे पिंजरे में कैद हो गया.

प्रभारी वन क्षेत्राधिकार चंदा महरा ने बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ नर है. उसकी उम्र लगभग सात साल है. ग्रामीण सूरज कुमार ने बताया कि बुधवार की रात भर तेंदुआ गुर्रा रहा था. तड़के ही उन्हें तेंदुए के पकड़े जाने की सूचना मिली तो ग्रामीण करीब 400 मीटर दूर उसे देखने पहुंचे. वन विभाग की टीम तेंदुए को रेंज में ले गई. वहां डॉ. मंजू असवाल ने तेंदुए के स्वास्थ्य की जांच की. रेंजर महरा ने बताया कि तेंदुए को रेस्क्यू सेंटर अल्मोड़ा भेजा जाएगा.

अभी भी सता रहा है डर
हालांकि इस इलाके में अभी भी लोग घबराए हुए हैं क्योंकि कई ग्रामीणों ने इसी इलाके में दो गुलदार होने की बात कही है जिन्हें एकसाथ भी देखा गया है. यहां के स्थानीय निवासी और प्रकृति प्रेमी सुरेंद्र बिष्ट ने जानकारी देते हुए कहा कि जंगलों में खाने की कमी से गुलदार गांव के आसपास रहने लगे हैं. गांव के आसपास जंगल भी घने हो गए हैं जहां गुलदारों ने अपना ठिकाना बना लिया है.उन्होंने गंगोलीहाट के इन इलाकों में गुलदार की संख्या और उन पर शोध करने की मांग भी की है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लगातार गुलदार गांव में आकर छोटे जानवरों को अपना शिकार बना रहे हैं. यहां गुलदार के डर से लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था. एक गुलदार के पकड़े जाने पर अभी भी ग्रामीणों में डर ही है.

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