UP: भाजपा-रालोद गठबंधन की सुगबुगाहट से दावेदारों में बेचैनी, 2009 में हैंडपंप ने अमरोहा सीट पर सींचा था कमल

UP: Uneasiness among contenders due rumors of BJP-RLD alliance, BJP won Amroha seat in 2009

बीजेपी और रालोद गठबंधन की सुगबुगाहट
– फोटो : सोशल मीडिया

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लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचनी शुरू हो गई। अब अचानक भाजपा और रालोद के गठबंधन की सुगबुगाहट ने दावेदारों की चिंता को बढ़ा दिया है। यही नहीं सपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच भी अलग बेचैनी देखी जा रही है। पूर्व में भाजपा और रालोद की जुगलबंदी भी गुल खिला चुकी है, ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि गठबंधन का ऊंट किस करवट बैठेगा।

राजनीति का खेल अंतिम समय तक असमंजस भरा होता है। अभी तक माना जा रहा था कि चुनाव में सपा और रालोद मिलकर भाजपा को टक्कर देंगे, सीटों के बंटवारों को लेकर भी सहमति बन गई थी। वहीं, अब रालोद और भाजपा के गठजोड़ की चर्चाओं ने दावेदारों को बेचैन कर दिया है।

संभावना जताई जा रही है कि यह गठबंधन अमल में आया तो यह सीट रालोद के खाते में जा सकती है। जिसको लेकर भाजपा में टिकट की आस लगाकर लंबे समय से तैयारियों में जुटे दावेदारों की नींद उड़ गई है।

2009 में भाजपा ने जीती थी सीट 

लंबे समय से रालोद और भाजपा के बीच खींचतान देखने को मिल रही थी। लगातार रालोद को सपा का साथ भा रहा था। हाल ही में जयंत चौधरी और अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद सात सीट रालोद के खाते में जाने की बात भी सामने आई। जिसके बाद अमरोहा सीट को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म था, लेकिन अचानक भाजपा और रालोद के गठजोड़ के कयास से अलग तस्वीर बनने लगी है।

हालांकि, अमरोहा सीट भाजपा के साथ गठबंधन में रालोद के लिए मुफीद साबित रही है। परिसीमन के बाद 2009 के चुनाव में रालोद भाजपा के गठबंधन प्रत्याशी देवेंद्र नागपाल ने सपा के महबूब अली को बड़े अंतर से हराया था। 2014 में भाजपा गठबंधन से अलग होकर रालोद यहां दस हजार वोटों का आंकड़ा भी नहीं छू पाया था। रालोद से राकेश टिकैत को मात्र 9537 वोट ही मिल सके थे।

अभी भाजपा के साथ रालोद के गठबंधन को लेकर कोई स्पष्ट स्थिति नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की ओर से ऐसा कोई बयान भी नहीं दिया गया है। हालांकि, राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय नेतृत्व का जैसा फैसला होगा उसका पालन किया जाएगा। -मनवीर चिकारा, जिला अध्यक्ष रालोद

अभी भाजपा रालोद गठबंधन की चर्चा सिर्फ खबरों में ही हो रही है। आने वाले समय में हाईकमान की ओर से जैसा निर्देश होगा, उसका पालन किया जाएगा। सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता चुनावी तैयारी में जुटे हैं। -उदयगिरी गोस्वामी, जिलाध्यक्ष, भाजपा

 

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