UP में यहां है कभी ना सूखने वाला ‘कमल तालाब’, नहाने से दूर होते हैं चर्म रोग!

शिवहरि दीक्षित/हरदोई. यूपी के हरदोई में द्वापर युग के महर्षि मार्कण्डेय की तपस्थली आज भी मौजूद है. माना जाता है कि इसी स्थान पर महर्षि मार्कण्डेय ने अपनी अल्पायु को टालने के लिए शिव जी की तपस्या की थी, जिसके फलस्वरूप उन्हें चिरंजीवी होने का वरदान प्राप्त हुआ था.

हरदोई से 40 किलोमीटर दूर विकासखंड पिहानी के गांव बेला कपूरपुर में एक आश्रम है, जिसे महर्षि मार्कण्डेय आश्रम के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है कि द्वापर युग में महाभारत काल के समय का यह आश्रम है. महर्षि मार्कण्डेय अपनी अल्पायु को टालने के लिए इसी स्थान पर घने जंगल में शिवलिंग स्थापित कर तपस्या करने में लीन हो गए.

बताया जाता है कि तपस्या के दौरान ही उनकी अल्पायु पूरी हो गई और यमराज उन्हें लेने आ गए. तभी भगवान शिव प्रकट हुए और उन्होंने महर्षि को चिरंजीवी का वरदान देकर यमराज को वापस भेज दिया. इसके बाद महर्षि मार्कण्डेय ने कई ग्रंथों की रचना की और लंबे समय तक धर्म का प्रचार किया.\

तप के बाद जन्मे थे महर्षि मार्कण्डेय
आश्रम के महंत भरत दास के अनुसार, महर्षि मार्कण्डेय के माता-पिता की कोई संतान नहीं थी. इसी वजह से उन्हें समाज के द्वारा निर्वंश के ताने मिला करते थे. इससे परेशान होकर वह शिव की आराधना में जुट गए और तप करने के बाद उन्हें शिव जी ने पुत्र प्राप्ति का वरदान दे दिया. साथ ही यह भी बताया कि उनका होने वाला पुत्र अल्पायु होगा.

मौजूद है कभी ना सूखने वाला कमल तालाब
महर्षि मार्कण्डेय आश्रम में एक तालाब भी है, जो कई बीघे में फैला हुआ है. ऐसा बताया जाता है कि यह तालाब कभी सूखता नहीं है और इस तालाब में वर्ष भर कमल के फूल खिले रहते हैं. इसलिए इस तालाब को कमल तालाब भी कहा जाता है. महंत भरत दास का कहना है कि इस तालाब में नहाने से कई प्रकार के चर्म रोगों से छुटकारा मिल जाता है, तालाब का पानी काई लगने के बावजूद साफ है.

हर माह की अमावस्या को लगता है मेला
महाभारत काल के प्राचीन धार्मिक स्थल पर माह की हर अमावस्या को मेले का आयोजन होता है. जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और कमल सरोवर में डुबकी लगाकर दर्शन पूजन आदि करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस स्थान पर सच्चे मन से मांगी गईं सारी मुरादें जल्द पूरी हो जाती हैं.

(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)

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