नई दिल्ली:
Shardul Thakur century: रविवार को क्रिकेट गतिविधि के नाम पर ज्यादा कुछ नहीं था. एक तरफ वीमेंस लीग चल रही है, तो वैश्विक स्तर पर कुछ लीग और ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड (Nz vs Aus 1st Test) में कंगारुओं की जीत भी अहम रही, लेकिन भारतीय क्रिकेट और खिलाड़ियों के नजरिए से रविवार का दिन रहा शार्दूल ठाकुर (Shardul Thakur) का. रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मुकाबला जीवन में दो या तीन बार भी पूरे करियर में बमुश्किल खेल पाते हैं. ऐसे में सेमीफाइनल में नंबर नौ पर संकट के हालात में उतरकर सौ से भी कम गेंदों पर शतक बनाना और इस शतक को चौके और फिर छक्के से पूरा करने का पहलू तो बमुश्किल ही जुड़ पाता है. बहुतों को यह नसीब नहीं हुआ, लेकिन शार्दूल ठाकुर को लॉर्ड का नाम यूं ही नहीं मिला क्योंकि इन पलों को ठाकुर ने छीन लिया. और कारनामा बाहर आया, तो सोशल मीडिया ठाकुर..ठाकुर के नाम से गूंज उठा. ठाकुर का रविवार बन गया! वहीं, अश्विन से भी उन्हें बड़ी तारीफ मिली.