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भागलपुर में बना यह मंदिर अष्टकोणीय आकार का है. ऐसा कहा जाता है कि बिहार में ही नहीं, भारत में भी दूसरा ऐसा मंदिर नहीं देखने को मिलता है. यह मूर्तिकला, वास्तुकला और स्थापत्यकला का बेजोड़ नमूना है. भारतीय संस्कृति की धरोहर है.
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भागलपुर में बना यह मंदिर अष्टकोणीय आकार का है. ऐसा कहा जाता है कि बिहार में ही नहीं, भारत में भी दूसरा ऐसा मंदिर नहीं देखने को मिलता है. यह मूर्तिकला, वास्तुकला और स्थापत्यकला का बेजोड़ नमूना है. भारतीय संस्कृति की धरोहर है.