MP बदल रहा है..चुटकी बजाते ही बच्चे हल कर रहे सवाल, यकीन न हो तो आजमा कर देखें

अर्पित बड़कुल/दमोह:मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समस्त शासकीय प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए अर्ली मैथमेटिक्स किट वितरित की गई है. इसी क्रम के तहत दमोह जिले के 336 स्कूलों को अर्ली मैथमेटिक्स किट वितरित की गई है. जिस किट के उपयोग से कक्षा एक से लेकर तीसरी तक के स्कूली बच्चे चुटकी बजाते ही बड़ी से बड़ी संख्याओं का जोड़ना घटाना के सवाल हल कर देंगे.

दरअसल, नई शिक्षा नीति के अनुसार  पहली से लेकर तीसरी कक्षा तक के बच्चों को खेल-खेल में ही व्यवहारिक ज्ञान की शिक्षा दी जाएगी. इससे उनका मानसिक विकास होगा. इसके साथ ही जो बच्चे कम उम्र में भी हाट बाजार जाते हैं, तो वे भी इस ट्रिक के जरिए खरीदी हुई वस्तु का लेन-देन आसानी से कर सकेंगे.

बच्चों को सिखाया जा रहा है सामग्री खरीदना
इस दौरान कविता के माध्यम से घड़ी के कांटे की सुईयां कैसे काम करती हैं. ये बतलाया जाता है. इसके ही साथ नम्बर चिट या कुछ ठोस वस्तुओं को साथ में लेकर बच्चों को दी जाती है. उनसे बोला जाता है कि इस वस्तु को दबाइयें और जब ये वस्तु दबती नहीं है तो उन्हें बताया जाता है,कि ये वस्तु ठोस है. इसलिए ये नहीं दब रही. नम्बर चिट के माध्यम से 1 अंक से लेकर 3 अंक तक की संख्याएं कैसे बनती हैं. ये उन्हें समझाया जाता है. इसके अलावा जोड़ना और घटना भी सिखाया जाता है. नकली नोट के जरिए बच्चों को कैसे बाजार में सामग्री खरीदनी है. वह शिक्षा दी जाती है. उन नोटों की पहचान कराई जाती है,ताकि बच्चे आसानी से समझ सकें की 10 रुपये, 5 रुपये, 50 रुपये और 100 रुपये में क्या अंतर है, इसके अलावा इसका नोट देखने में कैसा होता है.

संख्या की पहचान और सरलीकरण के सवाल कर सकेंगे हल
शिक्षा विभाग में डीपीसी मुकेश द्विवेदी ने कहा कि राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशानुसार जिले में एफ एल एन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है. जिसमें फंडामेंटल लिट्रेसी एंड न्यूमैरेसी कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 1,2,3 भाषाओं और गणितीय संक्रियाओं का ज्ञान करने के उद्देश्य रखा गया है. NEPमें जो रखा गया है. उसी के आधार पर कार्यक्रम हमारे विद्यालय में प्राथमिक शाला में चलाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत विद्यार्थी इसकी मेथाडोलॉजी शिक्षक से एक्टिविटी बेस लर्निंग में एनसीईआरटी के द्वारा गणित अधिगम के जिले को 336 कितने प्रकार की गई है. प्रत्येक जन शिक्षा केंद्र में और एक अर्ली मैथमेटिक्स लर्निंग के नाम से बुक्स भी दिए कि उसमें छोटे-छोटे खिलौने और जो अन्य चीज उसमें है, लर्निंग प्रोसेस को आसान और सरल बनाने को उद्देश्य इन सब चीजों को सीख पाएंगे.


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