सत्यम कुमार/ भागलपुर. रक्षाबंधन के बाद अब कृष्णजन्माष्टमी में भी लोगों में संशय बरकरार है. भागलपुर के भक्तों का कहना है कि अब लगभग पर्व दो दिन मनाया जाने से यह कंफ्यूजन की स्तिथि बनी हुई है. इस वर्ष भी दो दिन जन्माष्टमी मनेगी. इस पर विशेष जानकारी देते हुए शिवशक्ति मंदिर के पुजारी पंडित शंकर मिश्र ने बताया कृष्णजन्माष्टमी रोहणी नक्षत्र में मनाई जाती है. इस बार रोहणी नक्षत्र 6 सितंबर को प्रवेश कर रहा है. इसलिए 6 सितंबर को ही जन्माष्टमी मनाई जाएगी. लेकिन मंदिर में 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जाएगी.
भागलपुर में धूमधाम से मनाई जाती है कृष्ण जन्माष्टमी
भागलपुर में धूमधाम से कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है. कई मंदिर में यहां जन्माष्टमी मनाई जाती है. खास कर साईं मंदिर में काफी धूमधाम से जन्माष्टमी मनती है. यहां पर हाथी, घोड़ा, गाजे बाजे के साथ भगवान को पालकी में सवार कर निकाली जाती है. खाटूश्याम मंदिर में चॉकलेट, मिठाई सहित कई तरह के खिलौने चढ़ाए जाते हैं. भक्तों की भीड़ काफी लगी होती है. कई जगहों पर ठाकुरबाड़ी को सजाया जाता है. भगवान को झूलन पर बिठाकर भजन गाया जाता है. इस दौरान भक्ति पूर्ण माहौल रहता है.
खीरा का प्रसाद है खास
शिवशक्ति मंदिर के पुजारी पंडित शंकर मिश्र ने बताया कीकृष्णजन्माष्टमी पर प्रसाद का भी काफी महत्व है. इस दिन खास कर खीरा का प्रसाद चढ़ता है. भगवान को खीरा व खीर का भोग लगाया जाता है. रात को 12 बजे के बाद भगवान का जन्म हुआ था. इसके बाद ही पूजा होती है.
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FIRST PUBLISHED : September 01, 2023, 12:38 IST