electric train in kashmir: ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को रेलवे की तरफ से एक और खुशखबरी देने की तैयारी की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 फरवरी (मंगलवार) को कश्मीर में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इसके अलावा घाटी में बनिहाल से संगलदान तक 48 किमी लंबे रेल लिंक की भी शुरुआत करेंगे. 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पीएम मोदी इस एरिये में पहली बार पब्लिकली किसी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
500 से ज्यादा स्टेशनों को रीवेम्प किया जाएगा
रेलवे अधिकारियों ने बताया, इस मौके पर रेलवे घाटी में क्लीन फ्यूल पर चलने वाली ट्रेन इतिहास में शामिल हो जाएगी. एक ही बार में करीब 2,000 प्रोजेक्ट के उद्घाटन और शिलान्यास के लिए सबसे बड़ा कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है. इसके तहत 500 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को रीवेम्प किया जाएगा. रेलवे ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज का भी निर्माण किया जाएगा. मई-जून में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले केंद्र सरकार की तरफ से इन प्रमुख कामों की घोषणा की जाएगी.
चुनाव से पहले श्रीनगर तक ट्रेन का संचालन होने की उम्मीद
हालांकि रेलवे अधिकारियों ने यह उम्मीद जताई कि लोकसभा चुनाव से पहले श्रीनगर से जम्मू तक ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा. इसके साथ ही घाटी को ट्रेन से जोड़ने का सरकार का पुराना वायदा भी पूरा हो जाएगा. संगलदान और कटरा के बीच दो सुरंगों के पूरा होने में समय लगने के कारण इसमें देरी हो सकती है. अधिकारियों ने बताया दुग्गा और रियासी के बीच 18 किमी लंबा हिस्सा पूरा हो गया है. लेकिन जब तक दोनों तरफ के हिस्सों का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया जा सकता है.
एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि इस साल जुलाई-अगस्त तक जम्मू और कश्मीर के बीच नॉन-स्टॉप ट्रेन की सर्विस शुरू होने की उम्मीद है. अभी 138 किमी लंबे बारामूला-बनिहाल सेक्शन पर डीजल ट्रेनों का संचालन किया जाता है. नई रेलवे लाइन शुरू होने के बाद यात्री बारामूला से संगलदान तक ट्रेन से सफर कर सकेंगे. इस रास्ते में 19 स्टेशन हैं और इस सेक्शन के इलेक्ट्रिफिकेशन में 470 करोड़ रुपये की लागत आई है. इस सेक्शन के इलेक्ट्रिफिकेशन होने से आने वाले समय में वंदे भारत ट्रेन का भी संचालन किया जा सकेगा.