India Vs Bharat: NCERT पैनल की सिफारिश पर हुई राजनीति, विपक्ष ने कहा- भारत के इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा

KC Venugopal

ANI

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने पाठ्यपुस्तकों में इंडिया के बजाय ‘भारत’ नाम रखने के प्रस्ताव पर मीडिया रिपोर्टों पर बुधवार को प्रतिक्रिया व्यक्त की। परिषद ने कहा कि इस खबर पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी।

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने पाठ्यपुस्तकों में इंडिया के बजाय ‘भारत’ नाम रखने के प्रस्ताव पर मीडिया रिपोर्टों पर बुधवार को प्रतिक्रिया व्यक्त की। परिषद ने कहा कि इस खबर पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी। एनसीईआरटी ने एक बयान में कहा कि चूंकि नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का विकास प्रक्रिया में है और उस उद्देश्य के लिए, डोमेन विशेषज्ञों के विभिन्न पाठ्यचर्या क्षेत्र समूहों को एनसीईआरटी द्वारा अधिसूचित किया जा रहा है, इसलिए इस खबर पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। एनसीईआरटी की किताबों के अगले सेट में इंडिया की जगह ‘भारत’ नाम होगा और पैनल के अध्यक्ष आईसी इसाक ने आज एक समिति द्वारा इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है।

इसकी शुरुआत तब हुई थी जब केंद्र ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी20 डिनर के निमंत्रण को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बजाय भारत के राष्ट्रपति के नाम से भेजा गया। जिसके बाद एक राजनीतिक विवाद शुरू हो गया। एनसीईआरटी के फैसले पर भी सियासत शुरू हो गई है। स्कूली पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ करने की NCERT पैनल की सिफारिश पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “जब से INDIA गठबंधन का जन्म हुआ तब से कई प्रकार की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वे कुछ तय नहीं कर पा रहे हैं कि किस प्रकार से INDIA गठबंधन पर आक्रमण करें। ये घबराहट वाली प्रतिक्रियाएं हैं। NCERT यह कर रही है, अनुछेद 1 का आप क्या करेंगे? तथ्यों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। देश के नाम के साथ भी खिलवाड़ किया जाएगा क्या? आप जिस INDIA गठबंधन के कारण ये सब कर रहे हैं, अगर INDIA गठबंधन ने अपना नाम भारत कर लिया फिर आप क्या करेंगे?”

NCERT पैनल की सिफारिश पर कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “वे पाठ्यपुस्तक और पाठ्यक्रम के माध्यम से भारत के इतिहास को विकृत कर रहे हैं। हमारे लिए भारत और इंडिया दोनों बराबर है।….ये चुनावी रणनीति और ध्रुवीकरण की राजनीति हैं। वे राजनीतिक मकसद के लिए ऐसा कर रहे हैं।” कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने कहा कि संविधान में लिखा है इंडिया दैट इज़ भारत. दोनों नाम हैं। आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि हमें भारत या इंडिया से कोई दिक्कत नहीं है, मैं आपको बता रही हूं कि पीएम मोदी को इंडिया से दिक्कत है और यह इंडिया गठबंधन बनने के बाद ही हुआ। हमारे संविधान में, इंडिया और भारत दोनों का उपयोग किया जाता है और दोनों का उपयोग किया जाना चाहिए।

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