अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ: इस बार होली केमिकल रंगों से नहीं बल्कि हर्बल रंगों से खेल कर देखिए. ये रंग आपके होली के जश्न में भंग नहीं डालेंगे और ना ही आपको होली खेलने के बाद किसी तरह का पछतावा होगा. हर्बल रंगों को खरीदने के लिए सबसे अच्छा मौका है अवध शिल्पग्राम में चल रहा दिव्य अनुभूति मेला जहां पर प्रयास ट्रस्ट की ओर से दिव्यांग अनीता शुक्ला ने हर्बल रंगों की प्रदर्शनी लगाई है.
अनीता शुक्ला ने बताया कि इन रंगों को उन्होंने अमरूद, नींबू और पालक के पत्तों से बनाया है. सबसे पहले इन रंगों को बनाने के लिए अलग-अलग फलों और सब्जियों के पत्ते लिए गए. उनको धोकर धूप में सुखाया गया. फिर मिक्सी में पीसकर उनको तैयार किया गया है. खुशबू के लिए इसमें चंदन और कपूर भी पीसकर डाला गया है. उन्होंने बताया कि इन रंगों में किसी भी तरह का कोई केमिकल नहीं है. इसमें मैदा और आटा भी मिलाया गया है. इस वजह से इन रंगों से अगर कोई होली खेलेगा तो उसकी त्वचा को कोई नुकसान नहीं होगा. आंखों में भी जाने से ये रंग कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, बल्कि ये रंग आपकी त्वचा को और बेहतर कर देंगे और आपके होली के जश्न को भी फीका नहीं पड़ने देंगे.
बेहद सस्ते हैं हर्बल रंग
अनीता शुक्ला ने बताया कि इन रंगों की कीमत बहुत कम रखी गई है, क्योंकि पूरी तरह से नेचुरल है इसीलिए उनकी कीमत सिर्फ 40 रुपए से लेकर 80 रुपए तक रखी गई है.
खरीदने के लिए पहुंचे यहां
अगर आप इन हर्बल रंगों को खरीदना चाहते हैं तो अवध शिल्पग्राम पहुंच सकते हैं, जोकि शहीद पथ पर है. वहां पर दिव्य अनुभूति मेला चल रहा है, जोकि सिर्फ 4 मार्च तक चलेगा. ऐसे में सिर्फ दो दिन आपके पास बचे हैं, इन रंगों को खरीदने के लिए. ना करें देरी सुबह 10:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक आप किसी भी वक्त यहां जा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 2, 2024, 16:01 IST