अनंत कुमार/गुमला. गुमला जिला आदिवासी बहुल इलाका है और नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रूप में जाना जाता है. गुमला में विकास को गति देने व ग्रामीण इलाके के लोगों को देश दुनिया से जोड़ने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में भारत सरकार की सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत प्रसार भारती की द ब्रॉडकास्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और नेटवर्क डेवलपमेंट के तहत गुमला जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में जल्द से जल्द फ्री डिश डीटीएच रिसीवर सेट निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. ताकि लोग टेलीविजन के माध्यम से देश-दुनिया से जुड़ सके.
इसके लिए मंत्रालय ने रिसीवर सेट लेने वाले लाभार्थियों का डाटा संग्रह करने के लिए पोर्टल भी तैयार कर लिया है. जिसके माध्यम से लाभार्थियों को डाटा संग्रह, परियोजना के कार्यान्वयन, सत्यापन एवं निगरानी किया जाएगा. सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे का कार्य किया जाएगा. इस दौरान जिन लोगों के घरों में टीवी उपलब्ध होगा उसकी सूची तैयार कर रिसीवर सेट उपलब्ध कराया जाएगा. बाजार में रिसीवर की कीमत 600 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक उपलब्ध है. इस योजना का उद्देश्य दूरदर्शन के प्रसारण को घर-घर पहुंचाना है.
फ्री में देख सकते हैं चैनल
रिसीवर के वितरण होने से सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोग टेलीविजन के माध्यम से देश दुनिया से जुड़ेंगे. दूरदर्शन के 116 मनोरंजन, समाचार व अन्य गतिविधियों से संबंधित चैनल निशुल्क देख पाएंगे. साथ ही 48 रेडियो चैनल का भी आनंद ले पाएंगे.साथ ही सरकार द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पहली कक्षा से 12वीं कक्षा के अलावा अन्य विषयों पर अलग-अलग चैनलों में प्रसारण किया जाता है.
इन ब्लॉकों का चैनल
अपर समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया कि भारत सरकार का यह एक सर्वे भारतीय उपक्रम है. इसके तहत उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों को जिनके घरों में टेलीविजन है. उन्हें निशुल्क रिसीवर उपलब्ध कराने की योजना है. इसके लिए प्रथम चरण में जिला, अनुमंडल, ब्लॉक व ग्राम स्तर पर नोडल पदाधिकारी का चयन किया गया है. अगले चरण में सूची आएगी और सर्वे का काम शुरू किया जाएगा. रिसीवर उपलब्ध कराने का कार्य भारत सरकार प्रसार भारती के द्वारा किया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : August 30, 2023, 14:41 IST