इन सभी मूर्तियों को बनाने वाले कुशल कलाकार श्री मंदार शिंदे का कहना है कि मूर्तियों को बनाने और सजाने में उन्हें बेहद संतुष्टि मिलती है। प्रदर्शनी-सह-बिक्री के लिए कुल 1000 गणपति मूर्तियां रखी गई हैं। इको-फ्रेंडली मूर्तियां प्रदर्शित कर पर्यावरण की सुरक्षा का ख्याल रखा गया है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में 19 सितंबर को शुरू होनेवाले गणेश उत्सव के मद्देनजर ‘भगवान गणेश’ का भव्य स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस पवित्र अवसर का जश्न मनाने के लिए, कॅनॉट प्लेस स्थित म-हाटी महाराष्ट्र एम्पोरियम द्वारा गणेश मूर्तियों की प्रदर्शनी-सह-बिक्री की शुरुआत शुक्रवार, एक सितंबर से हो गई है और गणेश मूर्तियों की प्रदर्शनी-सह-बिक्री 19 सितंबर तक चलेगी।
पिछले 25 वर्षों से, बाबा खड़क सिंह मार्ग पर कनॉट प्लेस में स्थित म-हाटी एम्पोरियम, महाराष्ट्र लघु उद्योग विकास मर्यादित की ओर से राष्ट्रीय राजधानी तथा आसपास भक्तों के लिए ऐसी प्रदर्शनियों का आयोजन करता रहा है। विभिन्न बनावट और आकार की रंगीन और आकर्षक मूर्तियाँ 4 इंच से लेकर 3 फीट तक लंबी उपलब्ध होंगी। इस वर्ष, गणेश प्रतिमाएं की बिक्री, 01 सितंबर से 19 सितंबर, इस त्योहार के पहले दिन तक बिक्री के लिए रखी गई हैं।
यहां गणेश प्रतिमाओं के अलावा पूजा सामग्री, सजावटी सामान और रंग-बिरंगी रंगोलियां भी उचित मूल्य पर उपलब्ध कराई जाएंगी। पवित्र गणेश मूर्तियों की कीमतें 500/- रुपये से लेकर 26,000/- रुपये तक हैं, दिल्ली और उसके आसपास स्थित कई गणेश मंडल त्योहार की शुरुआत से लगभग 7-8 महीने पहले अग्रिम बुकिंग करते हैं और लोगों को अपनी मनचाही गणेश प्रतिमा मिल जाती है।
महाराष्ट्र में ‘गणेश उत्सव’ व्यापक रूप से मनाया जाता है। महाराष्ट्र राज्य का उल्लास और गर्मजोशी को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में अपने सांस्कृतिक पंख फैलाए हैं। देश के सभी संप्रदायों के लोगों को एकजुट कर सामाजिक एवं नेक उद्देश्य से इस उत्सव की शुरुआत करनेवाले लोकमान्य तिलक की झलक आज भी देखी जा सकती है, जब महानगरीय शहर इस पवित्र उत्सव में मगन हो जाता है।
दिल्ली में भी ‘गणेश उत्सव’ बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को भव्यता के साथ मनाने के लिए दिल्ली और उसके आसपास स्थित एनसीआर में लगभग 30 गणपति मंडल इसे हर्षोल्लास से मनाते हैं. हर साल कई उद्यमी और प्रतिष्ठित हस्तियां इस एम्पोरियम में भेट देते हैं। म-हाटी एमपोरियम में गणेश प्रतिमाओं के अलावा पूजा सामग्री, सजावट का सामान और रंग-बिरंगी रंगोलियां भी उचित मूल्य पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
इन सभी मूर्तियों को बनाने वाले कुशल कलाकार श्री मंदार शिंदे का कहना है कि मूर्तियों को बनाने और सजाने में उन्हें बेहद संतुष्टि मिलती है। प्रदर्शनी-सह-बिक्री के लिए कुल 1000 गणपति मूर्तियां रखी गई हैं। इको-फ्रेंडली मूर्तियां प्रदर्शित कर पर्यावरण की सुरक्षा का ख्याल रखा गया है।
गणेश मूर्तियों की प्रदर्शनी-सह-बिक्री गणेशोत्सव के पहले दिन यानी 19 सितंबर तक चलेगी। किसी भी अधिक जानकारी के लिए, कृपया 011-23363888 पर मराठा एम्पोरियम पर जाएँ या संपर्क करें।