स्कॉच ब्राइट और शैम्पू का साथ (व्यंग्य)

भारतीय घरेलू पत्नी जब पति को स्कॉच… लाने को कहती है तो पति के चेहरे की…

तौबा ये मतवाली चाल (व्यंग्य)

Prabhasakshi आम और राजनीति के खास लोगों के लिए चाल का मतलब अलग-अलग होता है। जहाँ…

किताब का छपना और लोकार्पण (व्यंग्य)

किताबें और किताबें छपने के मौसम में, अकादमी के एक पुराने घिसे पिटे सचिव ने भी…

हाय! हमारी सरकार, न रही (व्यंग्य)

हर सरकार अपनी मर्ज़ी से खूब विकास ही विकास करती है। विकास के साथ थोड़ा या…

होली आयी खुशियां लायी (कविता)

रंगों की मस्ती से सराबोर करने,  होली का यह पावन पर्व है आया, लोगों के भुला…

तेंदुआ पहुंचा अदालत (व्यंग्य)

चलो मान लिया कि इंसान ने विकासजी की सोहबत में आकर अपना व्यवहार काफी बदल दिया…

डिजिटल मार्केटिंग की गहरी समझ विकसित करती है ‘फाउंडेशन्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग’ (पुस्तक समीक्षा)

डिजिटल मार्केटिंग एक खास प्रकार की मार्केटिंग विधा है जो इंटरनेट और ऑनलाइन-आधारित डिजिटल तकनीक के…

पुस्तक मेले में न जाकर भी (व्यंग्य)

अब तो, किसी की भी पहली पुस्तक ही वहां मशहूर हाथों से रिलीज़ हो रही है।…

आपको प्रारंभ से अंत तक जोड़े रखेगी ‘छूटते किनारे’ (पुस्तक समीक्षा)

वर्तमान परिदृश्य को देखें तो थाने तहसील के नाम को सुनकर हम कई बार असहज महसूस…

सेब नहीं हो सकता आम (व्यंग्य)

सेब बेचने वाला, सेब काटकर टेस्ट कराएगा, उन्हें अच्छा लगेगा, स्वादिष्ट मानकर खरीदूंगा फिर भी मुश्किल…