बदलते मौसम में इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। इस बदलते मौसम में कई लोगों को आंख आना यानी कंजक्टिवाइटिस की समस्या भी होती है। इसमें आंखें लाल दिखाई देने लगती हैं और आंखों में खुजली, पानी निकलना और जलन जैसी समस्याएं होती हैं। इस दौरान आंखों में सूजन आ जाती है। आंखों में लालिमा होने के कारण इसको पिंक आई भी कहा जाता है।
आपको बता दें कि कंजक्टिवाइटिस एक प्रकार का संक्रमण है, जो आपकी आंखों की बाहरी परत और पलक के अंदर होता है। कंजक्टिवाइटिस होने पर आंखों में चुभन का एहसास होता है। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए आंख आने की समस्या से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं।
आंख आने का कारण क्या है
बैक्टिरीयल कंजक्टिवाइटिस
बता दें कि यह संक्रमण Staphylococcal या streptococcal bacterir से होता है। साफ-सफाई का ध्यान ना रखना और किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर भी इसके होने की संभावना होती है। यह संक्रमण एक आंख से दूसरी आंख में भी फैल सकता है। इस बैक्टिरीयल कंजक्टिवाइटिस में पीले रंग का गाढ़ा पानी निकलता है।
वायरल कंजक्टिवाइटिस
यह जुकाम से जुड़े संक्रामक वायरस के कारण होता है। जब कोई व्यक्ति संक्रमण वाले किसी अन्य व्यक्ति की खांसी व छींक के संपर्क में आता है, तो वायरल कंजक्टिवाइटिस होता है। इस संक्रमण के होने से आंखों में लालिमा, सूजन, ठंड लगना और फ्लू आदि के लक्षण दिखाई देते हैं। यह एक आंख से शुरू होकर 1 या 2 दिन में दूसरी आंख में फैल जाता है।
एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस
यह संक्रमण उन लोगों में होने की संभावना होती है, जिनको मौसम में एलर्जी होती है। जब व्यक्ति किसी ऐसी चीज के संपर्क में आता है, जिससे उसको एलर्जी है, तो इस एलर्जी के रिएक्शन में उसको एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस हो सकता है। इस संक्रमण के होने पर आंखों में सूजन होने के साथ आंसू आने लगते हैं। एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस दोनों आंखों में एक साथ होता है।
आंखें आने पर क्या करें
आंख आने पर बोरिक एसिड फायदेमंद होता है। इसके लिए आप एक चम्मच बोरिक एसिडो एक कप पानी में मिलाएं। फिर इस पानी से अपनी आंखों को धोएं या फिर कॉटन की मदद से आंखों को साफ करें। बता दें कि बोरिक एसिड में एंटी फंगल के गुण पाए जाते हैं। जिससे आंखों में इंफेक्शन का खतरा कम होता है।
गेंदे के फूल का पानी भी आंख आने पर फायदा करता है। इसके लिए दो चम्मच सूखे गेंदे के फूल को एक कप गर्म पानी में मिलाएं। फिर इसको ठंडा होने पर छान लें। अब इस पानी से अपनी आंखों को धोंए। इससे भी आपको राहत मिलेगी।
आंख आने पर आप टी बैग्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ समय के लिए चाय के बैग को फ्रिज में रखें और फिर इन्हें आंखों पर लगाकर रखें। दिन में दो से तीन बार ऐसा करें। इसके अलावा आप ग्रीन टी और कैमोमाइल टी बैग से भी आंखों की सिकाई कर सकते हैं।
आपको बता दें कि धनिया भी आंख आने की समस्या को काफी हद तक कम कर सकती है। आंख आने पर ताजी धनिया को पानी में उबाल लें। फिर पानी ठंडा होने पर उसे छान ले और इस पानी से अपनी आंखों को धोएं। इससे आंखों की लालिमा और सूजन काफी हद तक कम हो सकती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।