राजपूत/जयपुर. महिलाओं को त्याग, समर्पण और स्नेह की मूर्ति कहा जाता है. जयपुर में भी समाजसेवा के क्षेत्र में कई महिलाएं उल्लेखनीय कार्य कर रही हैं. ऐसी ही एक महिला हैं, जयपुर निवासी संतोष जायसवाल. संतोष जायसवाल महिला होकर समाजसेवा का वो कार्य करती हैं, जिससे महिलाएं अक्सर दूर ही रहती हैं. जायसवाल लावारिश मृत लोगों का दाह संस्कार उनके धर्म के अनुसार कराती हैं.
संतोष जायसवाल सड़कों पर मिली लावारिस लाशों का दाह संस्कार कर हिन्दू धर्म के अनुसार विधिवध रूप से उनकी हस्तियों का विसर्जन हरिद्वार जाकर करती है और उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा कराती हैं. अब तक उन्होंने लगभग 10 हजार लोगों का दाह संस्कार किया है. वह इस काम में वह पिछले 20 सालों से लगी हुई हैं. ऐसे बेसहारा लोग जिनका कोई परिवार नहीं होता हैं और वह बिल्कुल अकेले हो जाते हैं. मृत्यु के बाद उनकी लाश की पहचान नहीं हो पाती हैं या मृतक के परिवार से जब कोई व्यक्ति नहीं आता है तो संतोष जायसवाल उनका दाह संस्कार कराती हैं.
कोविड में भी निभाई जिम्मेदारी
संतोष जायसवाल बताती हैं कि कोविड महामारी के समय उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी और दुःख का सामना करना पड़ा. हर दिन लोग भारी संख्या में अपनी जान गवां रहे थे. ऐसा समय आ गया था कि लोग अपनों की लाश को हाथ लगाने से भी डर रहे हैं. उसी समय में उन्होंने हजारों लोगों की जान भी बचाई और सैकड़ों लावारिस लाशों का दाह संस्कार किया.
गोसेवा में भी जुटी हैं
लावारिस लाशों के दाह संस्कार के अलावा संतोष जायसवाल श्री नाथ गौशाला चेरेटिबल ट्रस्ट का संचालन करती हैं, जिसमें वह गो-पालन और समाज सेवा के अनेक कार्य करती हैं. जिनमें सबसे प्रमुख स्कूल के गरीब बच्चों को उनके उपयोग में आने वाले सामान का वितरण कर उनकी जरूरतों को पूरा करती हैं साथ श्री नाथ गौशाला चेरेटिबल ट्रस्ट में 50 से भी अधिक गायों का पालन करती हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 04, 2023, 18:36 IST