कुंदन कुमार, गया: इस वर्ष महाशिवरात्रि 8 मार्च को है. इस तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था, इसलिए इस दिन को शिव और शक्ति के मिलन के रूप में मनाया जाता है. इसी वजह से महाशिवरात्रि का शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन व्रत करने का विशेष महत्व होता है. अगर आप पहली बार इस साल शिवरात्रि का व्रत रख रहे हैं और आपको समझ नहीं आ रहा कि व्रत के दौरान क्या खाना चाहिये क्या नहीं तो आज हम बताने जा रहे है कि शिवरात्रि के दिन व्रत में निराहार रहकर व्रत को पूरा किया जाता है. हालांकि बीमार व्यक्ति फलाहार लेकर भी व्रत पूरा कर सकते हैं.
चतुर्दशी के दिन शुरू किया जाता है यह व्रत
वैदिक पाठशाला गया के पंडित राजा आचार्य ने लोकल 18 को बताया कि महाशिवरात्रि व्रत रखने वाले लोग भूल से भी लहसुन-प्याज का सेवन न करें. इस दिन सफेद नमक भी नहीं खाया जाता है. महाशिवरात्रि व्रत के दौरान अनाज जैसे चावल, गेहूं, जौ, बाजरा, मक्का आदि को नहीं खाया जाता है और मूंगफली, चना, राजमा, मटर आदि भी नहीं खाए जाते हैं. यह व्रत लगभग पूरे दिन रखा जाने वाला व्रत है.
यह व्रत चतुर्दशी तिथि को शुरु किया जाता है और अगले दिन प्राप्त: काल इस व्रत को खोला जाता है. यदि आप पूर्ण उपवास रख रहे हैं तो न तो फलाहार लेते हैं और न भोजन और ना ही जल.
संकल्प लेकर ही महाशिवरात्रि का करें व्रत
पंडित राजा आचार्य ने लोकल 18 को बताया कि महाशिवरात्रि का व्रत सूर्योदय से पूर्व स्नान आदि कर्म कर भगवान शिव पार्वती समेत अन्य भगवान की पूजा करते हुए व्रत का संकल्प लेना कि महाशिवरात्रि का व्रत धारण कर रहा हूं. यह संकल्प लेकर निराहार रहना होता है, लेकिन कोई बीमार व्यक्ति व्रत कर रहें हैं तो वह हल्का फलाहार लेकर व्रत पूरा सकते हैं, लेकिन वह भी एक ही बार ऐसा कर सकते हैं. निरंतर खाते हुए व्रत नहीं करना है.
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इस दौरान नारियल पानी, ऋतु फल जैसे अंगूर, केला, सेब, संतरा आदि का भगवान को नैवेद्य लगाकर हीं सेवन कर सकते हैं. वैसे लोग जो निराहार रहकर व्रत पूरा करते हैं वह और श्रेष्ठ है.
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Tags: Bihar News, Dharma Aastha, Lord Shiva, Mahashivratri, Religion 18
FIRST PUBLISHED : March 7, 2024, 10:01 IST
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