बागपत की गृहिणी ने पेश की समाज सेवा की मिसाल, जरूरतमंदों को मात्र 5 रूपए में करा रही भोजन

आशीष त्यागी/बागपतः एक दूसरे को शिकस्त देकर आगे बढ़ने की होड़ भरी जिदगी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो व्यक्ति ही नहीं समाज के लिए आदर्श बनकर इंसानियत के धर्म को निभाने में पीछे नहीं रहते. बागपत की गृहिणी वंदना गुप्ता मानव जाति के लिए मिसाल है. उनके द्वारा चलाया जा रहा सारथी वेलफेयर फाउंडेशन मनुष्य ही नहीं पशुओं के लिए भी मानवता धर्म निभाने का कार्य कर रहा है.

सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के द्वारा मात्र 5 रूपए में जरूरतमंदों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाता है. वहीं जानवरों को भी फल आदि का वितरण कर उनकी भी भूख मिटाने का काम कर रहे है. इसके साथ ही जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन वितरित करना और छात्राओं को सेनेटरी पैड वितरित कर जागरूक करने का काम भी संस्था के द्वारा किया जा रहा है.

ऐसा रहा वंदना शर्मा का सफर
सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष वंदना गुप्ता बताती है कि वह हाउस वाइफ है और समाजसेवी भी हैं. वंदना गुप्ता शुरू से ही समाज सेवा करना चाहती थी. इसके लिए उन्होंने एक संस्था के द्वारा लोगों की समाज सेवा करने का निर्णय लिया. उन्होंने सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की स्थापना करते हुए समाज सेवा शुरू की.

मात्र 5 रुपये में उपलब्ध कराती है भरपेट भोजन
वंदना गुप्ता बताती है कि अपनी संस्था के द्वारा वह प्रत्येक माह की पहली तारीख को गरीब व जरूरतमंद लोगों का पेट भरने के लिए मात्र 5 रूपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराती हैं. इसमें अन्य समाज से भी लोग भी उनका सहयोग करते हैं. इसके साथ ही उनकी संस्था के द्वारा जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन उपलब्ध कराया जाता है. वहीं अगर किसी को रक्त की आवश्यकता है, तो इसके लिए भी हर संभव प्रयास किया जाता है.

20 हजार छात्राओं को वितरित कर चुकी है सेनेटरी पैड
स्कूलों में जाकर छात्राओं को साफ-सफाई में स्वच्छता के प्रति जागरूक करती हैं और सेनेटरी पैड वितरण का भी कार्य उनकी संस्था के द्वारा किया जाता है. उन्होंने बताया कि अब तक उनकी संस्था द्वारा करीब 20000 छात्रों को सेनेटरी पैड का वितरण कर उन्हें साफ सफाई में स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा चुका है. उनकी संस्था मनुष्य की भलाई के साथ-साथ आवारा पशुओं जानवरों के हित में भी कार्य करती है. संस्था के द्वारा भूखे आवारा पशुओं, गोवंश, बंदर आदि को चारा व फल आदि उपलब्ध कराया जाता है. इसके साथ ही घायल पशुओं का इलाज भी चिकित्सकों के सहयोग से उनकी संस्था के द्वारा किया जाता है. बिजनौर मुजफ्फरनगर में अन्य जनपदों में यह संस्था कार्य शुरू कर रही है. इस संस्था में करीब 60 से 70 लोग जुड़े हैं.

Tags: Baghpat news, Local18, Social Welfare

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