जानिए युवाओं ने क्यों कहा चित्र बनाते हुए याद आया त्रेता युग

विशाल भटनागर/मेरठ: अयोध्या धाम में भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से ही देश में उत्सव का नजारा देखने को मिल रहा है. कुछ इसी तरह का उत्सव चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में भी नजर आ रहा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा दिए गए विषय श्रीराम अंतरिक्ष वेधशाला के अंतर्गत स्टूडेंट द्वारा विभिन्न ऐसे चित्रों को बनाया गया है.जो भगवान श्री राम के जीवन के वृत्तांत को जीवित करते हुए नजर आ रहे हैं.

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित ललित कला विभाग की समन्वयक प्रोफेसर अलका तिवारी ने बताया कि शासन द्वारा निर्धारित विषय के ऊपर ड्राइंग पेंटिंग, डिजिटल पेंटिंग, डिजिटल फोटोग्राफी, टी-शर्ट पेंटिंग सहित अन्य प्रकार के बिंदुओं पर युवाओं द्वारा भगवान श्री राम के जीवन से संबंधित विभिन्न प्रकार के चित्रों को बनाया गया है. उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में भगवान श्री राम के वनवास से संबंधित विभिन्न दृश्य, युद्ध के दौरान के चित्र, भरत प्रेम सहित अन्य दृश्य को बनाया गया. ताकि, इससे युवा भी प्रेरणा ले सके.

भगवान श्री राम है जीवन के आदर्श

पेंटिंग बनाने स्टूडेंट में युगांशी शर्मा ने बताया कि जिस तरह कोरोना काल में देखा गया. रामायण लोगों के जीवन का एक आधार बन गई. ऐसे में जब इन चित्रों को बनाया गया तो भगवान श्री राम के जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिला. उन्होंने कहा कि हम सभी में भगवान श्रीराम की तरह भाईचारा निभाना सीखना चाहिए. उन्होंने कहा कि माता सीता ने भी दुखों को सहते हुए जिस प्रकार से नारी शक्ति का परिचय दिया. वह समाज के लिए एक बेहतर संदेश है. इसी तरह से अन्य युवाओं ने भी पेंटिंग बनाते हुए खुशी जाहिर की.

बता दें कि इन प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले युवाओं को विभिन्न पुरस्कार से भी नवाजा जाएगा. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला एवं कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा ने भी छात्रों द्वारा बनाए गए चित्रों की प्रशंसा की है.

Tags: Local18, Meerut news

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