कौशांबी7 घंटे पहले
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आरोपी को घर से ले जाने का पुलिस का सीसीटीवी फुटेज।
कौशांबी की कड़ा धाम पुलिस की एनकाउंटर पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस 2 अक्टूबर को जंगल में हुए मुठभेड़ में 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा की थी। पुलिस जिन आरोपियों को मुठभेड़ में पकड़ने की बात कही थी, उनमें 2 का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें एनकाउंटर से 2 दिन पहले आरोपी बनाए गए मोबीन अहमद को पुलिस वर्दी में पकड़ कर ले जाती दिखाई पड़ रही है।
साथ ही बाइक से आ रहे दूसरे आरोपी शोएब को भी ले जाती दिख रही है। आरोपी की पत्नी ने एएसपी को सीसीटीवी फुटेज देकर न्याय की मांग की है। वहीं सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं।
दरअसल, शनिवार की दोपहर नकाबपोश कुछ महिलाएं एसपी दफ्तर पहुंची। उनके हाथ में शिकायती पत्र और एक पेन ड्राइव थी। दोपहर मे देर से आने के कारण व सम्पूर्ण समाधान दिवस होने के चलते एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव का दफ्तर खाली था। पीड़ित फरियादी महिला एडिशनल एसपी समर बहादुर के चेम्बर में पहुंची।
उसने पुलिस पर फर्जी कार्रवाई करने की शिकायत की तो एएसपी ने उजमा बानो से सबूत मांगे। उजमा बानो ने कहा कि उसने अफसर को बिना रुके पैन ड्राइव देकर सीसीटीवी फुटेज में गिरफ्तारी होने की सबूत होने की बात बताई। इसके बाद उन्हें जांच के बाद इंसाफ का भरोसा देकर वापस घर जाने को कहा गया।

मोहम्मद शोएब को ले जाने का फुटेज।
पुलिस ने गढ़ी फर्जी कहानी
शिकायत के बाद उजमा बानो ने कड़ा धाम पुलिस के एनकाउंटर की फर्जी कहानी गढ़ने की बात कही। उजमा ने बताया कि 30 सितंबर को मैं और मेरे पति खाना खाकर आराम कर रहे थे। चार पुलिस कर्मी आए और मेरे पति मोबीन अहमद को गिरफ्तार कर ले गए। उस समय रात को 10 बजकर 10 मिनट हुए थे। पुलिस वालों मे 3 वर्दी में थे और एक सादे कपड़े में थे।
सुबह जब वह कडा धाम पुलिस थाने में मिलने पहुंची तो उन्हें पति से मिलने नहीं दिया गया। उनसे बदसूलूकी कर थाने से भगा दिया गया। उन्हें पुलिस ने 2 अक्तूबर को फर्जी मुठभेड़ में बम व कट्टे से हमला करने का आरोप लगा कर जेल भेज दिया। पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ की कहानी बना कर उनके पति को घर से पकड़ कर गलत फंसा दी। उनका पति निर्दोष है। उन्होंने एसपी दफ्तर में शिकायती पत्र देते हुए सीसीटीवी फुटेज का वीडियो दिया है।

एसपी दफ्तर पहुंची आरोपी की पत्नी।
थानाध्यक्ष ने बम-गोली से हमला की बात कही थी
2 अक्टूबर को मामले का खुलासा करते हुए थाना प्रभारी आशुतोष सिंह ने बताया था कि लहदरी एवं गिरधरपुर गढ़ी गांव के बीच जंगल में गंगा कछार है। जिसमें काफी लोग एकत्रित होकर जुआ खेल रहे हैं। उनके पास असला कारतूस व देशी बम भी है। खेलने वालों की संख्या अधिक है। मुखबिर ने इस तरह की सूचना उन्हें दी। जिस सूचना को सही मानकर वह मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखते ही ऊंचाई पर बैठा एक व्यक्ति तेजी से चिल्लाया। भागों पुलिस आ गई।
यह आवाज सुनकर जंगल में भगदड़ से मच गई। लोग अपना भागने लगे। इसी बीच एक व्यक्ति ने पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से गोली चला दी। जिसमें वह यानी थानेदार आशुतोष सिंह बाल-बाल बच गए। दूसरे फायर के लिए बदमाश ने गोली लोड कर फायर किया, लेकिन वह मिस हो गया। तभी दूसरे व्यक्ति ने चिल्ला कर कहा, अरे मोबीन बम से हमला करो। बदमाश के हमले से पुलिस को बचाने के लिए उन्होंने हवा मे गोली चलाई और 4 बदमाशों को घेर कर पकड़ लिया।

2 अक्टूबर को पुलिस ने इनको मुठभेड़ में पकड़ने का किया था दावा।
इनको पुलिस ने किया था गिरफ्तार
पकड़े गए बदमाशों में बृजभूषण तिवारी पुत्र आनंद तिवारी निवासी श्यामपुर थाना जाफरगंज जनपद फतेहपुर, मोबीन अहमद पुत्र नफीस अहमद निवासी कमलापुर थाना कड़ा धाम, उमराज पुत्र राम लखन मोर्य निवासी सहजादपुर थाना कोखराज, मोहम्मद शोएब पुत्र अली मुर्तजा निवासी गिरधरपुर गढी थाना कड़ा धाम पकड़े गए। जिनके कब्जे से तमंचा, जिंदा कारतूस, एवं देशी बम बरामद हुए हैं। पकड़े गए लोगों से तलाशी में 4100 रुपए बरामद हुए हैं। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि हम लोग बुकी हैं। जो टेलीफोन नेटवर्क के संपर्क के जरिए कई जिलों में जुए का यह गोरख धंधा कई सालों से चला रहे हैं। इससे हमें अच्छी कमाई होती है।
पुलिस अधिकारी बोले- जांच होगी
कडा धाम पुलिस के एनकाउंटर की कहानी पर सवाल उठने के बाद पुलिस के अधिकारी मामले में केवल जांच की बात कह रहे है। उनका कहना है कि वीडियो की जांच करने के बाद वह कुछ बोलने की हालत में होंगे।