किसान ने की इस सब्जी की खेती, बाजार में रहती है भारी डिमांड, एक सीजन में होती

सावन कुमार/बक्सर. रबी फसलों का सीजन अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है और किसान अब अपनी तैयार फसलों को खेत से काटकर तैयार करने के लिए घर के आस पास अपने खलिहान पर एकत्रित करने लगे हैं. इसके साथ ही नई फसलों का बीज खेतों में डाला जाने लगा है. बक्सर जिला के डुमरांव में खेतों से टमाटर और गोभी भी अब विदा ले रहा है.

बता दें कि बक्सर का डुमरांव अपने ऐतिहासिक स्थलों के लिए तो फेमस है ही, इसके अलावा सब्जियों की खेती के लिए भी जाना जाता है. यहां टमाटर और गोभी की खेती बड़े पैमाने पर होती है. साथ ही यहां की मंडियों से टमाटर और गोभी बिहार के कई जिलों के साथ-साथ दूसरे प्रदेशों में भी भेजे जाते हैं. यहां के किसान एक सीजन में टमाटर और गोभी का पैदावार कर कुछ ही महीनों में अच्छा-खासा पैसा कमा लेते हैं. यहां कई ऐसे भी किसान हैं जो अपने खेत को किसी दूसरे किसान को सौंप देते हैं और वो किसान उस खेत में टमाटर, गोभी, हरी मिर्च की खेती करते हैं. जिसे बाजार तक लेकर जाते हैं. कम लागत में कड़ी मेहनत के बाद अच्छी आमदनी प्राप्त कर लेते हैं.

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चार लाख की हो जाती है कमाई
डुमरांव में कुछ युवक अपने खेत से फूलगोभी काटते दिखे. लोकल 18 से बात करने के दौरान उन युवकों ने बताया कि गोभी के पैदावार में 40 से 50 हजार रुपए खर्च होते हैं और जब गोभी पूरी तरह तैयार हो जाती है तो उसे बाजार में ले जाकर बेच देते हैं. अगर मौसम की मार ना पड़ें और किसानों की किस्मत ज्यादा ना फूटी हो तो आराम से 2 बीघे की जमीन से अच्छा मुनाफा हो जाता है. युवा किसान राजा कुमार ने बताया कि खेतों में मालगुजारी पर काम करते हैं और 40 से 50 हजार खर्च कर तीन से चार लाख एक सीजन में गोभी से कमा लेते हैं. उन्होंने बताया कि अभी 150 गोभी खेत से काटा है. इसे बाजार में 20 रुपए की दर से बेच देंगें.

गोभी के पौधे में कीड़े लगने की संभावना
युवा किसान डिम्पल कुमार ने बताया कि अब खेतों से गोभी खत्म हो रहा है, इसलिए इसका दाम बढ़ गया है. नहीं तो शुरू में इस गोभी को 10 रुपए प्रति पीस बेचा करते थे. साथ ही डिम्पल ने एक परेशानी साझा करते हुए बताया कि गोभी जल्दी खराब हो जाती है. इसकी वजह कीड़े लगने लगते हैं. इसलिए यहां समय- समय पर गोभी के पौधे पर कीटनाशक दवा का छिड़काव करना पड़ता है. सुबह से ही खेत में काम करने लग जाते हैं. गोभी को काट कर बाजार में बेचते हैं. यहां के बाजार से गोभी दूर- दूर तक भेजी जाती है.

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