नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के कानपुर में आयकर विभाग (Income Tax Department) बड़ी छापेमारी की है. यहां पर मौजूद बंसीधर तंबाकू कंपनी के मुख्यालय के साथ दिल्ली, मुंबई, गुजरात सहित 20 ठिकानों पर छापेमारी की है. कंपनी पर आरोप है कि उसने आयकर विभाग के सामने के सामने अपना टर्नओवर 20 से 25 करोड़ दिखाया है, लेकिन असल में इस कंपनी का टर्नओवर लगभग 100- 150 करोड़ के आसपास है. इस कार्रवाई ने अधिकारियों को हैरान कर दिया है. कंपनी के मालिक के.के. मिश्रा के बेटे शिवम की सभी लग्जरी गाड़ियों और सुपरबाइक्स के नंबर एक ही हैं.
कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी
आयकर विभाग ने 29 फरवरी को जब तंबाकू कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी. इस दौरान शुक्रवार यानी दूसरे दिन आयकर अधिकारियों की टीम ने दिल्ली के घर जब छापेमारी की तो उनकी आंखें फटी रह गईं. यह घर बंसीधर टेबेको कॉर्पोरेट लिमिटेड के मलिक के.के.मिश्रा के बेटे शिवम का था. ये घर वसंत विहार में मौजूद बंगला नंबर डी7/9 है. यहां पर करोड़ों रुपये की कीमत की लग्जरी गाड़ियां बरामद हुईं. उन सभी में अधिकारियों ने खास चीज देखी. उनकी सभी गाड़ियों और बाइक्स का नंबर एक जैसा है यानी 4018. बरामद की गई सभी गाड़ियां शिवम, उनके पिता के.के.मिश्रा और बंसीधर टेबेको कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड हैं.
16 करोड़ की रोल्स-रॉयस
इन गाड़ियों में सबसे महंगी कार 16 करोड़ की रोल्स-रॉयस फैंटम (Rolls-Royce Phantom) है. इसके साथ शिवम मिश्रा घर से मैकलेरन (McLaren), लेम्बोर्गिनी (Lamborghini) और फेरारी (Ferrari) जैसी लग्जरी गाड़ियां को भी बरामद किया गया.
विभाग ने 4.5 करोड़ की नकदी जब्त की
ऐसा बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान आयकर विभाग ने 4.5 करोड़ की नकदी जब्त की है. इसके साथ कुछ खास अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तंबाकू कंपनी के बही खाते में दर्शायी कंपनी को फर्जी चेक जारी हुए थे. वहीं दूसरी ओर बड़े पान मसाला घरानों को उत्पाद की आपूर्ति कर रही थी. यह तंबाकू कंपनी 20 -25 करोड़ का ही टर्नओवर ही दिखाती थी. ये असल में 100 से 150 करोड़ से अधिक होता है.
आयकर विभाग के अफसर 6 गाड़ियों से पहुंचे
यह कंपनी करीब 80 साल से तंबाकू कारोबार में है. फर्म के मालिक केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा का नयागंज में पुराना ऑफिस है. यहां पर गुरुवार दोपहर करीब 1.30 बजे आयकर विभाग के अफसर 6 गाड़ियों से पहुंचे. उन्होंने पूरे परिसर को अपने कब्जे में ले लिया. यहां पर मौजूद कर्मचारियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए. यहां पर कागजी दस्तावेजों के संग इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को भी जब्त कर लिया गया. अभी और भी संपत्ति की तलाश जारी है.