परमजीत कुमार/ देवघर.एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित रहता है. वहीं हर महीने दो एकादशी तिथि पड़ती है एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष में. वहीं मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि मोक्षदा एकादशी के नाम से जानी जाती है. यह एकादशी साल का अंतिम एकादशी है. इसलिए इस एकादशी का महत्व और बढ़ जाता है. माना जाता है किएकादशी के दिन जो भक्त भगवान विष्णु की पूजा विधि विधान के साथ करतेहैं. भगवान विष्णु उसकी मनोकामनाएं जरूर पूर्ण करते हैं. वहीं इस एकादशी के दिन अगर आप कुछ वस्तुएं घर लाते हैं तो आपका सोया हुआ भाग जाग जाएगा.
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 को बताया कि साल कीअंतिम एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है और इस साल 22 और 23 दिसंबर दोनों दिन एकादशी का व्रत रखा जाएगा. मोक्षदा एकादशी के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिया था. इसलिए इस एकादशी का महत्व खास है. इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है सभी कष्ट का नाश होता है साथ हीं मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही एकादशी के दिन अगर आप कुछ वस्तुएं घर ले आते हैं तो सुख समृद्धि की वृद्धि होगी और घर में शांति बनी रहेगी.
एकादशी के दिन इन वस्तुओं को लें आए घर
-एकादशी के दिन घर में सफेद हाथी की मूर्ति घर लाना चाहिए. इससे घर में जो भी वास्तु दोष है. वह समाप्त हो जाएगा और गृह कलेश भी समाप्त हो जाएगा.
-अगर आप घर में हमेशा सुख समृद्धि की वृद्धि और बरकत चाहते हैं तो कामधेनु गाय की मूर्ति एकादशी के दिन घर ले आए और पूजा आराधना करें.
-भगवान विष्णु का दसवां अवतार मत्स्य के रूप में माना जाता है. इसलिए एकादशी के दिन मत्स्य की मूर्ति लाकर पूजा आराधना करें. इसे हमेशा घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी.
-तुलसी पौधा को साक्षात माता लक्ष्मी का प्रतिरूप माना गया है. अगर आप एकादशी के दिन अपने घर में तुलसी पौधा स्थापित करते हैं तो माता लक्ष्मी प्रसन्न होगी और घर में धन वर्षा होगी.
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FIRST PUBLISHED : December 14, 2023, 09:32 IST