शिक्षक-प्रिंसिपल के मध्य जंग का मामला: प्राचार्य व उप प्राचार्य को अखर रहा था गरीब छात्र-छात्राओं का शिक्षक को समर्थन

सुलतानपुर34 मिनट पहले

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‘5 सितंबर, शिक्षक दिवस’ ये दिन शिक्षकों के सम्मान का दिन है। इसी दिन ‘श्री रामदेव पाण्डेय इंटर कॉलेज’ कादीपुर में प्रिंसिपल और शिक्षक के मध्य जमकर मारपीट हुई। आग में घी डालने का काम FIR ने किया। जिसका नतीजा ये हुआ कि अगले दिन छात्र-छात्राओं ने पत्थर उठा लिए। सड़क पर घंटों प्रदर्शन हुआ। अधिकारियों ने मोर्चा संभाला। तब कहीं जाकर शिक्षक की पत्नी की तहरीर पर कॉलेज प्रिंसिपल और उप प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज हो सका।

मंगलवार को सरैया मुस्तफाबाद में हुई थी घटना

कादीपुर कोतवाली से 6 किमी दूर सरैया मुस्तफाबाद इलाका है। यहां चार दिनों तक में पुलिस के बूटों की धमक थी। दरअसल बीते मंगलवार को कॉलेज सहायक अध्यापक सतीश कुमार मिश्र का प्राचार्य रघुनायक प्रसाद द्विवेदी व उप प्राचार्य देवेंद्र मिश्र से विवाद हुआ। जिसमें प्राचार्य और उप प्राचार्य बुरी तरह घायल हो गए थे। कॉलेज में तोड़फोड़ भी हुई थी। दोनों घायलों की तहरीर पर कादीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ और पुलिस ने सहायक अध्यापक सतीश मिश्र को गिरफ्तार कर लिया था और जेल भेज दिया था। आरोप है कि शिक्षक की तहरीर पर कार्रवाई नहीं हुई।

इस लेटर को लेकर दावा किया जा रहा है कि उप प्राचार्य के चचेरे भाई के दबाव में प्रबंधक ने लिखा पत्र।

इस लेटर को लेकर दावा किया जा रहा है कि उप प्राचार्य के चचेरे भाई के दबाव में प्रबंधक ने लिखा पत्र।

बुधवार को शिक्षक के समर्थन में सड़क पर उतर आए थे बच्चे

बुधवार शाम स्कूल बंद होने के बावजूद बड़ी संख्या में ड्रेस में पहुंचे स्कूली बच्चे स्कूल के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे। इनकी मांग थी कि शिक्षक को तत्काल रिहा किया जाए। प्रदर्शन की सूचना एसडीएम व पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र-छात्राओं में से किसी ने एसडीएम महेंद्र श्रीवास्तव व पुलिस टीम पर पानी फेंक दिया। जिस पर पुलिस ने चार छात्रों को हिरासत में ले लिया और कोतवाली की तरफ जाने लगी। नाराज छात्रों ने पुलिस टीम पर पथराव किए। इसमें पुलिस के एक वाहन का शीशा टूट गया।

कॉलेज स्टॉफ घटना को लेकर चर्चा करते हुए।

कॉलेज स्टॉफ घटना को लेकर चर्चा करते हुए।

गरीब बच्चों की फीस शिक्षक ने खुद जमा करने की कही थी बात

छात्रा ज्योति ने बताया कि हम लोग शिक्षक दिवस मना रहे थे, इसके बाद गणित वाले सर सतीश मिश्रा बच्चों की फीस प्रिंसिपल सर को देने लगे और बोले कुछ बच्चों के मां-बाप गरीब हैं, इसलिए उन बच्चों की फीस अभी नहीं मिली है लेट हो रही है। अगर बच्चे फीस नहीं दे पाए तो फीस हम अपनी तरफ से दे देंगे। सर फीस देकर लौट रहे थे तभी प्रिंसिपल सर पीछे से आए और उनको जमीन पर गिरा दिया। उनके सीने पर बैठ करके उनको मारने लगे। देवेंद्र मिश्रा सर भी वही खड़े थे जो कि गणित वाले सर को पैर से मार रहे थे।

गणित वाले सर चिल्ला रहे थे, बचाओ मुझे बचाओ, तब हम लोग उधर तरफ गए। तो प्रिंसिपल और देवेंद्र मिश्रा सर उनको कमरे के अंदर घसीट कर ले गए और वहां मारने लगे। हम सब लोग उनको छुड़ाकर के बाहर लेकर के आए। और यह बात गलत है कि गणित वाले सर गुंडा बुलाए थे, क्योंकि गेट बंद था तो बाहर से कोई अंदर कैसे आ जाएगा। हम लोगों ने उनको सामने बैठा करके उनको दवा दिए, उनके कान से खून आ रहा था। सब बच्चों ने वहां पर फोटो शुरू कर दी। फिर बच्चों ने ही सर को मारा भी। इसके अलावा और कोई बात नहीं। किसी बाहरी आदमी ने आकर के सर को नहीं मारा।

कॉलेज प्रांगण में बैठे स्टॉफ व शिक्षक।

कॉलेज प्रांगण में बैठे स्टॉफ व शिक्षक।

दुकानदार बोला अंदर क्या हुआ नहीं पता

कॉलेज के सामने स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले दुकानदार ने बताया शिक्षक दिवस था। हम लोग यहां पर पेन किताब लगाकर के बेच रहे थे। सर और प्रधानाचार्य दौड़ते हुए आए और दुकान के अंदर घुस गए। जो लोग वहां मौजूद थे उन्होंने फौरन दुकान का शटर गिरा दिया। अब अंदर स्कूल में क्या हुआ यह हम लोग नहीं बता सकते हैं। उसको तो अंदर स्कूल वाले ही बताएंगे।

छात्रा ज्योति जिसने शिक्षक के पक्ष में बयान दिया।

छात्रा ज्योति जिसने शिक्षक के पक्ष में बयान दिया।

पीटीएस अधिकारी के दबाव में पुलिस ने पहले की कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक इस पूरे मामले में पुलिस ने पीटीएस एसपी बृजेश मिश्रा की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। वे उप प्राचार्य के सगे चचेरे भाई हैं। सूत्रों का कहना है कि इन्हीं के दवाब में पहले एकतरफा कार्रवाई हुई। जिससे छात्र उग्र हुए। तब दबाव में आकर शिक्षक की पत्नी की तहरीर पर केस दर्ज हुआ। वहीं उप प्राचार्य के एक अन्य चचेरे भाई इंद्र प्रकाश मिश्रा जो सपा सरकार में पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री रह चुके हैं, उन पर कॉलेज प्रबंधक पर दबाव बनवाकर पत्र लिखवाने का आरोप है। बता दें कि इंद्र प्रकाश प्रयागराज में रहते हैं और कुछ माह पूर्व वहां संत की हत्या में उनका नाम सामने आया था।

कॉलेज के सामने स्टेशनरी की दुकान चलाने वाला दुकानदार।

कॉलेज के सामने स्टेशनरी की दुकान चलाने वाला दुकानदार।

एसडीएम बोले- तीन सदस्यीय टीम कर रही जांच

एसडीएम महेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय की अनियमितता की शिकायत की गई है। इसके लिए जिलाधिकारी ने डीआईओएस, उप जिलाधिकारी कादीपुर और सीओ कादीपुर की 3 सदस्यीय टीम बनाई है। हम आज अपनी जांच शुरू कर रहे हैं। स्टॉफ, छात्रों व अभिभावकों का बयान लेंगे। उसके बाद अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित करेंगे। पुलिस ने जो पहली एफआईआर दर्ज की है, उसमें अगर शिक्षक निर्दोष हैं तो निर्दोष साबित होंगे। उनकी तहरीर पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

शिक्षक की पत्नी व बेटी।

शिक्षक की पत्नी व बेटी।

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