यदि बर्ड लवर्स हैं तो 12 सितंबर आपके लिए है खास, इस अभयारण्य में होगा यह आयोजन

गुलशन कश्यप/जमुई: अगर आप पक्षियों के शौकीन हैं और बर्ड वाचिंग का शौक रखते हैं, तो आगामी 12 सितंबर की तारीख आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि इस दिन पक्षी प्रेमियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देश के विभिन्न जगहों के पक्षी प्रेमी जुटेंगे.

इसके अलावा पक्षी विशेषज्ञ भी बर्ड वाचर्स से रूबरू होंगे तथा उन्हें कई प्रकार की जानकारी देंगे. दरअसल,जिला के झाझा स्थित नागी पक्षी अभयारण्य पर आगामी 12 सितंबर को पक्षी अनुश्रवण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, इस कार्यशाला में देश के विभिन्न जगहों के पक्षी प्रेमी जुटेंगे.

दस्तावेजीकरण और अनुश्रवण के तरीकों की मिलेगी जानकारी

वन क्षेत्र पदाधिकारी उदय शंकर ने बताया कि आगामी 12 सितंबर को नागी पक्षी अभ्यारण में कार्यशाला का आयोजन होगा. इसमें पक्षी विशेषज्ञ राज्य के बर्ड वाचर्स से रूबरू होंगे. इस दौरान पक्षियों के दस्तावेजीकरण और अनुश्रवण के तरीके, महत्वपूर्ण फोन ऐप और उनके इस्तेमाल और समन्वेशन करना, पक्षियों के संरक्षण में अनुश्रवण का महत्व प्रकृति और पक्षियों के संरक्षण में रुचि रखने वाले समुदाय को लाभ, खेल, प्रश्नोत्तरी, आउटडोर बर्ड वाचिंग, सत्र और अन्य विषय वस्तु पर चर्चा होगी. उन्होंने बताया कि इसमें बिहार चैप्टर पुस्तक का विमोचन भी किया जाएगा, जो लगभग 30 हजार पक्षी विज्ञानियों द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों पर आधारित है.

नागी पक्षी अभ्यारण्य है बेहद खास

गौरतलब है कि जमुई जिला के झाझा में बने नागी नकटी बर्ड सेंचुरी में प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षियों का डेरा लगता है. दिसंबर से लेकर फरवरी के महीने तक यूरोप एवं साइबेरिया तक के इलाकों से प्रवासी पक्षियों का झुंड यहां पहुंचता है, जो करीब 4 महीने के प्रवास के बाद हीं वापस लौटता है. ऐसे में जमुई जिला बीते कुछ सालों से पक्षियों की पहली पसंद बना हुआ है.

119 प्रजातियों को किया गया चिह्नित

गौरतलब है कि जिले में 3 वर्ष पहले बिहार राज्य का पहला पक्षी महोत्सव भी आयोजित कराया गया था तथा पक्षी संरक्षण की दिशा में बढ़ते कदम के कारण ही बड़ी संख्या में प्रवासी एवं स्वदेशी पक्षियों का जमघट जमुई जिले में दिखता है. बीते साल बर्ड वाचर्स ने यहां यूरेशियन विजन, येलो वेटल्ड लैपविंग, रेड वैटल्ड लैपविंग, कलर्ड डक, ब्रॉन्ज विंग्ड जकाना, ग्रेट व्हाइट इग्रेट, लिटल रिंग्ड प्लॉवर, कॉस्टेड हनी बजार्ड, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, ब्लैक रम्पड फ्लैमबैक, बर्न आउल, जंगल ऑवलेट, बॉर्न रॉक चैट, एशियन कोयल, नॉर्थन पिनटेल, यूरेशियन स्पूनविल सहित 119 प्रजातियों को चिन्हित किया था.

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