आगर मालवा. मालवा में किसानों की सोयाबीन की फसल पर खतरा मंडरा रहा है. यहां सोयाबीन की फसल पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ने लगा है. इल्लियां फसल के पत्तों को खा रही हैं. इससे किसान बेहद परेशान हैं. यदि चार-पांच दिन और बारिश नहीं होती है तो, फसलों में भारी नुकसान के साथ उत्पादन भी घट जाएगा.
आगर मालवा जिले में बीते साल की तुलना में अभी तक आधी बारिश भी दर्ज नहीं हुई है. इस बार के सीजन में सावन भी सूखा ही रहा. पिछले करीब 10 दिन से ज्यादा समय से बारिश नहीं होने के कारण लोगों को तेज तपन का सामना करना पड़ रहा है. इसका असर सोयाबीन की फसल पर भी दिखाई देने लगा है. फसलों में इल्लियों का प्रकोप बढ़ने लगा है. इस बार सावन बीत जाने के बाद भी जिले की औसत बारिश मात्र 557 मिमी है. जो बीते साल 1264 मिमी थी.
बारिश नहीं होने से बढ़ी मुश्किल
जानकारों का कहना है यदि चार दिन बारिश नहीं हुई तो इस बार सोयाबीन के उत्पादन पर इसका खास असर देखने को मिलेगा. किसान मदन के अनुसार यह समय सोयाबीन की फसल के दाने बढ़ने का है. ऐसे समय पर बारिश की आवश्यकता उन दानों को बड़ा करने में अहम मानी जाती है. करीब 10 दिन से अधिक समय से बारिश नहीं हुई है. यदि चार दिन और बारिश नहीं हुई तो सोयाबीन का दाना पर्याप्त मात्रा में बड़ा नहीं हो पाएगा. कई जगहों पर पौधे भी सूख जाएंगे और उत्पादन में कमी आएगी. इससे किसानों को उनकी फसल का सही दाम नहीं मिल पाएगा.
फसल के उत्पादन पर पड़ेगा बुरा असर
कृषि विभाग के उपसंचालक नारायण वर्मा के अनुसार वर्तमान समय सोयाबीन का दाना बड़ा होने का है. इसके लिए पानी की आवश्यकता है. जिन किसानों के पास पानी की व्यवस्था है वह खेतों में फब्बारे लगाकर सिंचाई करें तो फसलों को बचाया जा सकता है. यदि आगामी दिनों में बारिश नहीं हुई तो सोयाबीन का दाना छोटा पड़ जाएगा इसका सीधा असर उत्पादन पर आएगा.
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FIRST PUBLISHED : August 31, 2023, 19:50 IST