मुगलकालीन इतिहास की गवाह है फिरोजाबाद की शाही मस्जिद, जानिए क्या है इतिहास

धीर राजपूत/फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में स्थित शाही मस्जिद मुगलकालीन इतिहास की गवाह है. इस मस्जिद का निर्माण मुगल सल्तनत के बादशाह शाहजहां ने करवाया था. वहीं इस मस्जिद में मुगल कालीन वास्तुकला का प्रदर्शन किया गया था. इस मस्जिद में तीन गुंबद बनाए गए हैं. वहीं इसका प्रांगण भी काफी बड़ा है और यह फिरोजाबाद की सबसे प्राचीन मस्जिद है. जहां नमाज के लिए शहर के हर कोने से लोग आते हैं. वहीं यह मस्जिद अब प्राचीन अवशेषों को भी खो चुकी है जहां कुछ ही अवशेष देखने को मिलते हैं.

इतिहासकार ए बी चौबे बताते हैं कि शहर के बीचो-बीच कटरा पठानान मोहल्ले में स्थित शाही मस्जिद का निर्माण 1648 ई में शुरू हुआ था और इसे बनकर तैयार करने में लगभग 5 साल लगे थे. इस मस्जिद का प्रांगण काफी बड़ा है. वहीं इसमें इंडो इस्लामिक आर्किटेक्चर का भी प्रयोग किया गया है जो मुगलकालीन वास्तु कला को दर्शाती है. हालांकि अब इसमें कुछ ही अवशेष बचे हुए हैं. मस्जिद के पीछे की एक दीवार और इसके बीचो-बीच स्थित गुंबद ही शेष बचे हैं. बाकी मस्जिद के झज्जर होने के बाद इस पर सीमेंट का प्लास्टर भी कराया गया है. इसके साथ ही यहां शहर के हर कोने से नमाज के लिए लोग आते हैं.

मुगलकालीन बादशाह शाहजहां ने बनवाई थी मस्जिद

इतिहासकार ए बी चौबे ने बताया कि मस्जिद को मुगलकालीन साम्राज्य के बादशाह शाहजहां ने इसका निर्माण करवाया था. यह मस्जिद शहर की सबसे पुरानी मस्जिद है. वही इस मस्जिद में शाहजहां ने वास्तुकला को भी दर्शाया था. जिसमें कई तरह की वास्तुकला का प्रदर्शन किया गया था. लेकिन समय के साथ-साथ यह मस्जिद जर्जर हो गई और इससे वास्तुकला के कई चिन्ह मिट गए. अब कुछ ही जगह पर वास्तुकला का प्रदर्शन देखने को मिलता है.

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FIRST PUBLISHED : September 09, 2023, 23:45 IST

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