Delhi Metro station Objectionable Slogan Terrorist Gurpatwant Singh Pannu Connection: जी-20 सम्मेलन को लेकर दिल्ली पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं, बावजूद इसके पिछले दिनों दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशनों पर आपत्तिजनक नारे लिखने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था। दिल्ली पुलिस की जांच में आपत्तिजनक नारों का विदेशी कनेक्शन निकला है।
इस मामले में पंजाब से गिरफ्तार दो आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि मेट्रो स्टेशनों पर खालिस्तानी नारे लिखने पर 7,000 अमेरिकी डॉलर की पेशकश की गई थी। दोनों पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले प्रीतपाल सिंह उर्फ काका और राजविंदर उर्फ काले हैं।
दोनों ने पूछताछ में बताया कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जी-20 सम्मेलन से पहले ऐसा करने के लिए कहा था। इसके लिए 7000 अमेरिकी में डॉलर में डील हुई थी। इसके तहत 3500 अमेरिकी डॉलर एडवांस में दिए गए थे, जबकि बाकी की रकम काम पूरा होने के बाद मुहैया कराई जानी थी।
जी-20 सम्मेलन से पहले करना था बवाल
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने प्रीतपाल सिंह और राजविंदर से कहा था कि वे दोनों 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होने वाले जी-20 सम्मेलन से पहले खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखकर बवाल खड़ा कर दें। पन्नू का मकसद खालिस्तान आंदोलन को लाइमलाइट में लाना था।
3 साल से पन्नू से संपर्क में थे दोनों
पुलिस पूछताछ में प्रीतपाल सिंह उर्फ काका ने बताया कि वह 2020 में कोरोना वायरस के दौरान संपर्क में आया था। उसके मुताबिक, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखी थी और इसके बाद 2022 में पन्नू का एक मोबाइल फोन नंबर मिला। सिग्नल ऐप पर सर्च करने पर उसे यह नंबर मिला तो प्रीतपाल ने उसने उस पर मैसेज करना शुरू कर दिया। प्रीतपाल एमए होने के साथ एलएलबी भी है। उसे फॉरेंसिक साइंस में पीजी डिप्लोमा भी किया है।
नारे लिखने के साथ वीडियो भी बनाना था
आतंकी पन्नू के निर्देश के अनुसार, प्रीतपाल और राजविंदर दोनों को न केवल दिल्ली मेट्रो स्टेशनों के बाहर आपत्तिजनक नारे लिखना था, बल्कि उसकी वीडियो भी बनानी थी। यही वजह थी कि 27 अगस्त को एसएफजे हैंडलर गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कुछ वीडियो पोस्ट किए थे। दावा किया था कि इन वीडियो को पोस्ट करने के दौरान कार्यकर्ताओं ने दीवारों पर स्लोगन लिखे थे।
गुरपतवंत सिंह पन्नू प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस का कुख्यात सरगना है और कई सालों से विदेश में है। भारत सरकार ने वर्ष 2020 में पन्नू को आतंकवादी घोषित कर दिया है। पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई करने वाला पन्नू विदेश चला गया। इसके बाद से भारत विरोधी हरकतें कर रहा है। पन्नू ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर पंजाब में खालिस्तानी अलगाववादी मुहिम को चलाने की कोशिश की। एक दौर था जब पन्नू के पिता महिंदर सिंह पंजाब में कृषि विपणन बोर्ड में काम कार्यरत थे। पन्नू फिलहाल अमेरिका और कनाडा में रहता है।