भरतपुर में कांग्रेस-भाजपा में हुई थी कांटे की टक्कर, इस बार किसके पक्ष में हवा

भरतपुर-सोनहट. छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के सदस्यों को चुनने के लिए प्रदेश में आगामी 7 और 17 नवंबर को मतदान कराए जाने हैं. सियासी जानकारों का अनुमान है कि प्रदेश की विधानसभा की सुरक्षित सीटों पर इस बार कड़ा चुनावी मुकाबला देखने को मिल सकता है. इन्हीं सीटों में से एक है भरतपुर-सोनहट विधानसभा क्षेत्र.

भरतपुर-सोनहट विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. साल 2018 के चुनाव में यहां से कई उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच ही हुआ था. इस साल भी इन्हीं दोनों दलों में कड़ी चुनावी टक्कर देखने को मिल सकती है.

साल 2018 के चुनाव में भरतपुर-सोनहट विधानसभा सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी गुलाब कमरो को जीत हासिल हुई थी. वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चंपादेवी पावले को हार का मुंह देखना पड़ा था. भाजपा की प्रत्याशी को जहां 35199 वोट ही प्राप्त हुए थे, वहीं विजेता कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी ने 51732 मतों से जीत हासिल की थी.

Tags: Chhattisgarh Assembly Elections

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