आदित्य आनंद/गोड्डा. जिले की सदर प्रखंड अंतर्गत गोड्डा- भागलपुर रोड स्थित पकड़िया में मिलने वाला मुरब्बा जिले के साथ-साथ अन्य राज्यों में यानी कि बिहार के भागलपुर, बांका, मुंगेर व अन्य जगहों पर खूब फेमस है. इस दुकान में सालों भर सिर्फ मुरब्बा बनाया जाता है. जिस मुरब्बा का स्वाद इतना लाजवाब है कि लोगों का मन एक पीस मुरब्बा में नहीं भरता है. दुकानदार बताते हैं कि उनके मुरब्बा में कम चीनी डाला जाता है जिस वजह से हर प्रकार के लोग मुरब्बा को अधिक पसंद करते हैं.
मुरब्बा बनाने वाले कारीगर ने बताया कि इस मुरब्बा का नाम पेठा मुरब्बा है. जो कि जिले भर में सिर्फ और सिर्फ यही बनाया जाता है और रोजाना करीब 40-50 kg मुरब्बा की बिक्री होती है. और 140 रुपये प्रति किलो के दर से इसकी बिक्री होती है. गोड्डा के साथ-साथ इस सड़क से गुजरने वाले लोग भी भारी मात्रा में पैक करा कर इसे ले जाते हैं.
कैसे बनता है मुरब्बा
मुरब्बा बनाने के लिए सबसे पहले कदीमा को छील कर उसके ऊपरी हिस्से के छिलके को हटाया जाता है. इसके बाद इसके चार टुकड़े किए जाते हैं. और फिर भीतर के गूदे को भी हटा दिया जाता है. इसके बाद इस मशीन में डालकर पीसा जाता है. इसके बाद इसे चुना पानी में डाला जाता है. कुछ समय बाद उसे निकाल कर फिर उसे अच्छे से साफ किया जाता है. इसके बाद उसे गर्म पानी में फिटकरी डालकर उबाला जाता है. ताकि उसका कस्सापन दूर हो सके. इसके बाद दोबारा इसे साफ किया जाता है और फिर इस रस में डाला जाता है.
युवा इसे कम पसंद करते हैं
मुरब्बा खरीदने आए विमलेश कुमार ने बताया कि वह बराबर हर हमेशा यहां से मुरब्बा खरीद कर ले जाते है. हालांकि नई उम्र के बच्चे और युवा इसे कम पसंद करते हैं लेकिन घर के अन्य लोग इसे खूब कहते हैं इसके साथ इसे कई दिन तक डब्बे में पैक करके भी रखा जा सकता है इसलिए वह एक साथ तीन से चार केजी मुरब्बा पैक कराके ले जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 31, 2023, 18:30 IST