गुलशन कश्यप/जमुई. बिहार के जमुई जिला स्थित एक गांव में लोगों ने 231 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री कर दी है और अब इससे लोगों को फायदा भी मिलने वाला है. यह पढ़कर आप चौकिएगा मत, दरअसल ग्रामीणों के द्वारा यह निर्णय विकास परियोजना के लिए लिया गया है और उन्होंने किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि एक कंपनी को सारी जमीन रजिस्ट्री की है. इस कंपनी के द्वारा गांव में एक बड़ा सोलर प्लांट लगाया जाना है.
दरअसल, जमुई जिला में 125 मेगावाट क्षमता वाला सोलर प्लांट लगाया जाना है. इसको लेकर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और ग्रामीणों से 231 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है. ग्रामीणों ने सतलज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) को 231 एकड़ की जमीन रजिस्ट्री की है. जिस पर निविदा भी जारी हो गया है और जून 2024 तक इस प्लांट से सोलर विद्युत का उत्पादन भी शुरू कर दिया जाएगा.
300 एकड़ जमीन की थी आवश्यकता
गौरतलब है कि जमुई में 125 मेगावाट सोलर प्लांट लगाने के लिए 300 एकड़ जमीन की आवश्यकता थी. जिसकी विवरणी जून 2023 में जमुई डीएम और वन विभाग को सौंपा गया था, ताकि उसके राजस्व रिकॉर्ड का सत्यापन किया जा सके. अगस्त 2023 में इसकी स्वीकृति प्रदान की गई और तब से ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया की जा रही थी और अब 231 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई है. फिलहाल यहां 90 मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा, जबकि भविष्य में इसे विस्तृत भी किया जा सकेगा. लक्ष्मीपुर अंचल अधिकारी निर्भय प्रताप सिंह ने बताया कि जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है तथा इसका अधिग्रहण भी किया जा चुका है.
सोलर बिजली के उत्पादन से होगा यह लाभ
लक्ष्मीपुर में एसजेवीएन बिजली कंपनी के द्वारा सोलर प्लांट लगाया जाएगा तथा बिजली उत्पादन कर 3.11 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली की बिक्री की जाएगी. इसके बाद उसे आम लोगों के लिए भी सप्लाई की जाएगी. जमुई के अलावा बांका में भी एक सोलर प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है तथा इन दोनों परियोजनाओं में हजार करोड़ से भी अधिक की राशि खर्च की जाने वाली है.
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FIRST PUBLISHED : September 05, 2023, 10:06 IST