बीजेपी विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है और छत्तीसगढ़ में होने वाले चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी ने इस लिस्ट में पांच पूर्व विधायक और सांसद के अलावा 16 नए चेहरों को मौका दिया है. बीजेपी ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है, वो ऐसी सीटें है जिसमें पार्टी को कमजोर माना जा रहा है और जिनपर पार्टी को लगातार हार मिल रही थी. आपको बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी. बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे. इस बैठक में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम चर्चा हुई थी, जिसके बाद पार्टी ने कैंडिटेट की पहली सूची जारी कर दी. 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अभी नहीं हुई है.
बीजेपी ने जिन 21 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, उनमें से 10 अनुसूचित जनजाति वर्ग (एससी) के लिए और एक अनुसूचित जाति वर्ग (एससी) के लिए आरक्षित हैं. 21 उम्मीदवारों में से पांच महिलाएं हैं. फिलहाल इन सभी 21 सीटों पर सत्ताधारी दल कांग्रेस का कब्जा है.
बीजेपी द्वारा जारी सूची के अनुसार, पार्टी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा सीट पाटन से पूर्व विधायक और दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है. विजय बघेल ने 2008 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से भूपेश बघेल को हराया था, लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस नेता के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. आपको बता दें कि विजय बघेल आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की 31 सदस्यीय घोषणा पत्र समिति (चुनाव घोषणा पत्र समिति) के भी प्रमुख हैं.
यह चौथी बार होगा जब भूपेश बघेल और विजय बघेल पाटन विधानसभा सीट से आमने-सामने होंगे. आपको बता दें कि 2013 के विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल ने पाटन सीट से जीत हासिल की थी. भूपेश बघेल को 68185 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी के विजय बघेल को 58442 वोट मिले थे. अगर 2008 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो बीजेपी के विजय बघेल ने जीत हासिल की थी और उन्हें 59000 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल को सिर्फ 51158 वोट मिले थे. 2003 के विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल को जीत हासिल हुई थी और उन्हें 44217 वोट मिले थे, जबकि इस चुनाव में विजय बघेल ने एनसीपी की टिकट से चुनाव लड़ा था और उन्हें 37308 वोट मिले थे.
राज्यसभा के पूर्व सदस्य और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री रामविचार नेताम को रामानुजगंज (सुरक्षित/एससी) सीट से मैदान में उतारा गया है, जहां उन्हें 2013 के विधानसभा चुनाव में मौजूदा कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. आपको बता दें कि रामविवार नेताम आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग को लेकर हमेशा मुखर रहे हैं. विजय बघेल और रामविचार नेताम दोनों ने 2018 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था.
इसके साथ ही पार्टी ने कोरबा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक लखनलाल देवांगन, सिहावा (सुरक्षित/एससी) से पूर्व विधायक श्रवण मरकाम और मोहला मानपुर (सुरक्षित/एससी) से पूर्व विधायक संजीव शाह को उम्मीदवार बनाया है.
बीजेपी की लिस्ट में जो नए चेहरे शामिल किए गए हैं उनमें प्रेमनगर से भूलन सिंह मरावी, भटगांव सीट से सूरजपुर जिला पंचायत की सदस्य लक्ष्मी राजवाड़े, प्रतापपुर से (सुरक्षित/अजजा) शकुंतला सिंह पोर्थे, लुंड्रा से प्रबोज मिंज, खरसिया से महेश साहू, धर्मजयगढ़ (सुरक्षित/अजजा) से हरिश्चन्द्र राठिया, मरवाही (सुरक्षित/अजजा) से प्रणव कुमार मरपच्ची, सरायपाली (सुरक्षित/अजा) से भाजपा की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष सरला कोसरिया, खल्लारी सीट से महासमुंद जिला पंचायत की सदस्य अल्का चंद्राकर, अभनपुर से इन्द्रकुमार साहू, राजिम सीट से गरियाबंद जिला पंचायत के सदस्य रोहित साहू के नाम शामिल हैं.
बीजेपी ने जिन नए चेहरों को टिकट दिया है उनमें सबसे ज्यादा चर्चा खैरागढ़ से उम्मीदवार विक्रांत सिंह के नाम को लेकर चर्चा है. इसकी वजह है वह पहले तो विक्रांत राजनांदगांव जिला पंचायत के उपाध्यक्ष हैं. दूसरा वह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के रिश्तेदार हैं. वहीं डेढ़ साल पहले बीजेपी में शामिल होने वाले रोहित साहू को भी बीजेपी ने टिकट दिया है. रोहित को पार्टी ने राजिम सीट से उम्मीदवार बनाया है. 2018 के विधानसभा चुनाव रोहित ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की टिकट पर इसी सीट से लड़ा था.
बीजेपी की लिस्ट में खुज्जी से राजनांदगांव जिला पंचायत की अध्यक्ष गीता घासी साहू को, कांकेर (सुरक्षित/अजजा) से आसाराम नेताम को और बस्तर (सुरक्षित/अजजा) से बस्तर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप को उम्मीदवार बनाया है. वहीं पार्टी ने डौंडी लोहारा (सुरक्षित/अजजा) से पार्टी प्रवक्ता देवलाल हलवा ठाकुर को टिकट दिया है. बीजेपी ने अपनी पहली सूची में पांच महिलाओं को भी टिकट दिया है, जिसमें भटगांव से लक्ष्मी राजवाड़े, प्रतापपुर से (सुरक्षित/अजजा) शकुंतला सिंह पोर्थे, सरायपाली (सुरक्षित/अजा) से सरला कोसरिया, खल्लारी से अल्का चंद्राकर और खुज्जी से गीता घासी साहू को भी स्थान दिया है.
बीजेपी ने जिन सीटों की उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है उनमें से 16 सीटें ऐसी है, जहां पार्टी पिछले दो चुनावों से लगातार हार रही है. वहीं 6 सीटें ऐसी है जिसमें लगातार तीन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है. पार्टी का कहना है कि जल्द लिस्ट जारी करने से इन सीटों पर उम्मीदवारों को काम करने का अधिक मौका मिले सकेगा. वहीं कार्यकर्ता भी उत्साह से काम कर सकेंगे.
विधानसभा चुनाव 2018 में इन 21 सीटों में से 16 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं और जेसीसी (जे) ने दो अन्य – मरवाही और खैरागढ़ सीटें जीती थीं. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और देवव्रत सिंह ने मरवाही और खैरागढ़ में जीत हासिल की थी. जोगी और सिंह की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में दोनों सीटें सत्ताधारी दल कांग्रेस के पास चली गईं.
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FIRST PUBLISHED : August 18, 2023, 11:51 IST