पेटीएम, भारत पे जैसे स्टार्टअप आप भी बना सकते हैं, बस यह काम करना होगा

नई दिल्ली. 2016 की नोटबंदी के बाद से डिजिटल टेक्नोलॉजी में तेजी आई. इसी का नतीजा है पेटीएम( Paytm), फोनपे (PhonePe), भारत पे (Bharat Pay) जैसे कई स्टार्टअप अब बड़ी कंपनियों का रूप ले चुके हैं. न्यूज 18 के लिए एंजेल ब्रोकिंग सीजीओ प्रभाकर तिवारी ने डिजिटल-फर्स्ट प्लेटफार्मों (Digital-first platforms) के टेक इनोवेशन की रिसर्च के जरिए बताया है कि कैसे इस क्षेत्र में बड़े स्तर पर मौके मौजूद हैं.
तिवारी बताते हैं कि जनरेशन जी (Gen Z) यानी वर्ष 2000 के बाद जन्मी जनरेशन और मिलेनियल (1980 से2000 के बीच जन्म वाले लोग) को तकनीक-प्रेमी के रूप में जाना जाता है. लिहाजा, ब्रोकरेज हाउस हों, बीमा कंपनियां हों, फिनटेक हों, डिजिटल पेमेंट गेटवे हों, और इसी तरह के कुछ और. सभी इस नए मौके को भुनाना चाहते हैं. खास बात यह है कि इस तरह की सेवा को सरल बनाने के लिए तकनीक में नया इंटिग्रेट करने के लिए संसाधनों का निवेश की जरूरत है.
यहां फोकस करेंगे तो मिलेगी कामयाबी
वित्तीय सेवा प्रदाताओं द्वारा बनाए गए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, विज्ञापनदाताओं और ग्राहकों को आकर्षित करने के मामले में लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप से सीख रहे हैं. विचार ऐसे प्लेटफार्म बनाने का है जो वन-स्टॉप फाइनेंशियल सॉल्युशन टूल बन सके जो मौजूदा और अप्रचलित हो चुके सिस्टम का एक आकर्षक विकल्प बन सकते हैं. यही पर फोकस करने पर आपको कामयाबी मिल सकती है. दरअसल, युवा कैश विड्रॉ करने के लिए लाइन में लगना, चेक डिलीवर करने और अपने फैसले लेने के लिए बैंकों में जाने की भी कल्पना भी नहीं कर सकते. वे बहुत दूर से अपने खातों का मैनेजमेंट पसंद करते हैं. टियर II और III शहरों से बड़ी संख्या में नए शेयर बाजार के निवेशकों के साथ जिनमें से अधिकांश जनरेशन जी (Gen Z) और मिलेनियल हैं, यहां तक कि ब्रोकरेज ने लागत में कमी लाने और ऑनबोर्डिंग में आसानी लाने का फैसला किया है.
यह भी पढें : Success Story : लॉकडाउन में सांसद ने नौकरी से निकाला तो राजमा-चावल ने बदल दी इस कपल की जिंदगी

कामयाबी की कुंजी, एक ही जगह हो सारे ऑप्शन
2021 में आम समझ यह है कि एप यूजर्स एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी पसंदीदा कार्यों को करना पसंद करते हैं, जहां वे एक ही बार में जानकारी, डेटा, फ़ॉर्म ग्रुप्स, एक्सचेंज मीडिया आदि शेयर कर सकते हैं. कंपनियों और ब्रांड्स को आज पता है कि औसत यूजर टीवी और पर्सनल कंप्यूटरों की तुलना में अपने स्मार्टफोन और मोबाइल ऐप पर अधिक समय बिता रहे हैं. यह फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए भी सच है, क्योंकि लोग अब मल्टीटास्किंग की इच्छा रखते हैं और बड़े पैमाने पर धन से संबंधित निर्णय काफी दूर से लेते हैं.
एआई, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, और कई अन्य टेक्नोलॉजी की मदद
ऊपर से देखने पर आपको लगेगा कि यह वित्तीय आवंटन से जुड़े कुछ साधारण काम है. हालांकि, जब आप व्यापकता में देखते हैं तो टेक्नोलॉजी की सरलता और नवीनता खो जाती है. एआई, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, और कई अन्य टेक्नोलॉजी को इंटिग्रेट करते हुए फिनटेक वैल्यू चेन के हर पहलू के लिए अत्याधुनिक सॉल्युशन के साथ वित्तीय कंपनियों की मदद कर रहे हैं. आज, एक ग्राहक की पसंद को ट्रैक किया जाता है, एनालिसिस किया जाता है, और सिफारिशें दी जाती हैं, यह सब इस डेटा की व्याख्या करने और ग्राहक की सबसे अधिक आवश्यकता के कारण पेश करने के तरीके के बारे में पता होने के कारण विकसित हुआ है. इसके अलावा, एआई- संचालित चैटबॉट ग्राहक की समस्याओं को दूर कर सकते हैं और मानवीय त्रुटियों से मुक्त रखते हुए प्रक्रियाओं को मानवीय रिस्पॉन्स प्रदान कर सकते हैं.
यह भी पढें : नौकरी की बात :  इंटरव्यू में नई स्किल के बेहतर प्रदर्शन से मिलेगी जॉब की गारंटी, जानिए ऐसे ही अहम मंत्र

पहले कागजी कार्रवाई, लंबा वेटिंग पीरियड और अन्य वजहों से होती थी देरी
वित्तीय संस्थानों और अन्य सेवा प्रदाताओं की पारंपरिक प्रक्रियाओं में कई प्रतियों में कागजी कार्रवाई, लंबा वेटिंग पीरियड और अन्य वजहों से देरी शामिल थी. पर इसके मुकाबले डिजिटल प्लेटफॉर्म यूजर्स को एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करते हैं. न तो समय लगता है और न ही कागजी कार्रवाई. सबसे पहले, विशेषज्ञों और तकनीकी पेशेवरों की टीमें ह्यूमन-सेंटर्ड इंटरफेस डिजाइन करती है ताकि कम से कम डिजिटल साक्षर व्यक्ति भी इन ऐप्लिकेशन के फीचर्स का आसानी से इस्तेमाल कर सकें. यूजर्स के अनुकूल लेआउट और तेज फ़ंक्शन सभी प्रकार के स्मार्टफ़ोन पर पूरी तरह से काम करने के लिए विकसित किए गए हैं.
मिलेनियल्स में निर्णय लेने और डिजिटल की भूमिका
मिलेनियल्स आज गोल्ड ईटीएफ के रूप में सोने जैसी भौतिक वस्तु में निवेश कर सकते हैं. उन्हें संपत्ति हासिल करने के लिए न तो सुनारों के पास जाना पड़ता है और न ही बैंक. वे केवल डिजिटल भुगतान गेटवे पर एक ग्राम के रूप में कम से कम सोना खरीद सकते हैं, जो स्टॉक निवेश, म्यूचुअल फंड आदि जैसी सेवाएं भी प्रदान कर रहे हैं, क्योंकि वे युवा निवेशकों की शुरुआती निवेश के प्रति रुचि को समझ रहे हैं. नए युग के डिजिटल ब्रोकरेज भी वित्तीय बाजारों और उनके पीछे के अर्थशास्त्र के बारे में वर्चुअल ट्रेडिंग फीचर्स, लिटरेचर और लर्निंग मटेरियल प्रदान कर रहे हैं, और इन सभी को ट्रेड या लेन-देन करते समय ग्राहक ऑप्टिमाइज कर सकते हैं.

Tags: Banking, Digital Platforms, Indian startups, Startup Idea

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *