पटना: रेलवे की बड़ी लापरवाही, आंदोलनकारी के ऊपर से गुजर गई एक्सप्रेस ट्रेन

बिहार से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां रेलवे ट्रैक पर बैठे एक आंदोलनकारी के ऊपर से एक्सप्रेस ट्रेन गुजर गई, इस दौरान अफरा-तफरी मच गई.

Bihta Aurangabad train

रेलवे की बड़ी लापरवाही (Photo Credit: Newsstate Bihar Jharkhand)

highlights

  • पटना में रेलवे की बड़ी लापरवाही
  • आंदोलनकारी के ऊपर से गुजर गई एक्सप्रेस ट्रेन
  • आंदोलनकारी ने जमकर किया हंगामा 

Patna:  

बिहार से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां रेलवे ट्रैक पर बैठे एक आंदोलनकारी के ऊपर से एक्सप्रेस ट्रेन गुजर गई, इस दौरान अफरा-तफरी मच गई. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है, जिस आंदोलनकारी के ऊपर से ट्रेन गुजरी उसे मामूली चोटें आई हैं लेकिन ऐसी लापरवाही के कारण उनकी जान भी जा सकती है. वहीं इस घटना के बाद आंदोलनकारियों ने जमकर हंगामा किया और रेलवे के ड्राइवर और गार्ड को बर्खास्त करने की मांग की. बता दें कि इस दौरान आंदोलनकारियों ने उस ट्रेन को भी रोक दिया जो आंदोलनकारियों के ऊपर से गुजरी थी. अब रेलवे की लापरवाही पर जमकर सवाल उठ रहे हैं.

बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति के बैनर तले पैदल मार्च 

आपको बता दें कि इसको लेकर बताया जा रहा है कि, बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति के बैनर तले सभी आंदोलनकारी पैदल मार्च करते हुए दानापुर रेल मंडल के बिहटा रेलवे स्टेशन पहुंचे थे और पटना-दिल्ली अप मेन लाइन को जाम कर दिया था. हालांकि इसकी जानकारी आंदोलनकारी ने रेलवे प्रशासन और रेलवे विभाग को पहले ही दे दी गई थी. इसी बीच ट्रेन संख्या 82355 पटना छत्रपति शिवाजी टर्मिनस एक्सप्रेस अचानक अप मेन लाइन से गुजरी तो आंदोलनकारी चंदन वर्मा और राजेंद्र यादव के अलावा बड़ी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर लेटे हुए थे. वहीं अचानक ट्रेन आने से भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन चंदन वर्मा रेलवे ट्रैक के नीचे फंस गए और किसी तरह उनकी जान बच गई. वहीं आपको बता दें कि रेलवे की इस लापरवाही के चलते अब आंदोलनकारी स्टेशन मास्टर समेत रेलवे प्रशासन के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

 आंदोलनकारी चंदन वर्मा ने सुनाई आपबीती 

आपको बता दें कि आंदोलनकारी चंदन वर्मा ने बताया कि बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना का शिलान्यास 2007 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव ने पालीगंज में किया था, लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी अब तक यह परियोजना शुरू नहीं हो सकी है, जिसके बाद हम सभी लोग लगातार इस परियोजना को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. आज हमने बिहटा रेलवे स्टेशन पर आंदोलन शुरू कर दिया, जिसकी जानकारी रेलवे प्रशासन को पहले ही दे दी गई थी, लेकिन रेलवे प्रशासन की बड़ी लापरवाही तब सामने आई जब आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर लेटकर प्रदर्शन कर रहे थे तभी एक्सप्रेस ट्रेन चंदन वर्मा के ऊपर से गुजर गई. हालांकि चंदन की किसी तरह जान बच गयी. उन्होंने इसके लिए भगवान को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि, ”भगवान ने मेरी जान बचा ली, लेकिन रेलवे प्रशासन पूरी तरह से तानाशाही पर उतर चुकी है.” 

 बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति के सदस्य ने दी सफाई 

वहीं, बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति के सदस्य राजेंद्र यादव ने कहा कि, ”औरंगाबाद रेल परियोजना पिछले कई वर्षों से लंबित है. कितनी सरकारें आईं और गईं, लेकिन हम सबको आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. अब आंदोलन उग्र हो गया है. रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन के दौरान बिहटा रेलवे स्टेशन पर रेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. आंदोलनकारी के ऊपर से ट्रेन को गुजारा गया, जो रेलवे की बड़ी लापरवाही दर्शाता है, जबकि इस आंदोलन की सूचना लिखित रूप से पहले ही रेलवे को दे दी गयी थी. बावजूद इसके आंदोलनकारी के ऊपर से ट्रेन गुजर गयी.” वहीं इसको लेकर आंदोलनकारियों का कहना है कि, ”यह रेलवे और सरकार की तानाशाही है. आंदोलनकारियों के ऊपर से ट्रेन गुजरने की घटना से नाराज लोगों ने ट्रेन रोक दी और हंगामा करना शुरू कर दिया. आंदोलनकारियों ने ड्राइवर और गार्ड को बर्खास्त करने की मांग की.”




First Published : 06 Dec 2023, 05:08:31 PM






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