नौकरी के लिए UP से आए बिहार, नहीं मिली तो खोल दी सत्तू की दुकान, अब हो रही 60 हजार की कमाई

धीरज कुमार/किशनगंज. सत्तू का नाम सुनते ही हर बिहारी को एकदम से देसी वाला फील आने लगता है. किशनगंज में एक सत्तू वाले महाराज जी हैं, जो आज से 30 साल पहले बिहार के किशनगंज नौकरी के सिलसिले में आय थे. पर नौकरी नहीं मिली. तो खोल डाला किशनगंज के पश्चिमी पाली चौक पर सत्तू और भुजा की दुकान. आज शहर में सबसे ज्यादा सत्तू महाराज जी बेचते हैं. इसके साथ ही इनके दुकान का भूंजा भी लोग बहुत पसंद करते हैं.

Local-18 से बात करते हुए श्रवण दास ने बताया कि आज से 30 साल पहले आजमगढ़ से बिहार आये थे. बिहार के किशनगंज और बंगाल के सिलीगुड़ी हर जगह होटलों में नौकरी के लिए भटके अंत में नौकरी जब नहीं मिली तो फिर किशनगंज में ही सत्तू और भुज्जा की डिमांड देख किशनगंज के पश्चिमी पाली चौक पर बनारसी सतू और भुजा वाले के नाम से दुकान शुरू किया. आज शहर में हमारी दुकान से सर्वाधिक सत्तू बिकती है. महाराज जी के सत्तू का क्रेज इतना है कि लेबर से लेकर अफसर हर कोई इनके दुकान पर सत्तू पीने आते हैं.

घर में तैयार होता है प्योर चना का सत्तू
महाराज की सत्तू की अगर बात करे तो यहा पर शुद्ध चने और जौ की घर में तैयार की गई सत्तू मिलती है. जिसे पीकर लोग इस गर्मी में राहत भी लेते हैं. यहा पर 10 रुपया ग्लास से लेकर 25 रुपया तक सत्तू मिलता है. वही इसके अलावा महाराज जी के दुकान का भुजा भी काफी मशहूर है.

हर दिन होती 2 हजार तक कमाई
वहीं हमने कमाई के बारे में जब श्रवण दास से पूछा तो पहले तो वो मुस्कुराऐ फिर बोले कि घर परिवार का इस सत्तू और भुजा की दुकान से गुजर बसर से अच्छे से हो जाता है. परिवार के लोग इस सत्तू की दुकान के बदौलत खुशहाल जीवन जी रहे हैं. उन्होंने बताया की रोजाना 2 हज़ार तक कमाई हो जाती है. यानी महीने का करीब 60 हजार रुपये कमा लेते हैं.

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FIRST PUBLISHED : September 09, 2023, 09:53 IST

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