भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में हो रहे G20 समिट के पहले दिन दो अहम उपलब्धियां मिली. वहीं, एक ऐतिहासिक डील भी साइन हुई है. नई दिल्ली घोषणापत्र (Delhi Declaration) को सभी सदस्य देशों से पास करा लिया गया. वहीं, G20 समिट के उद्घाटन सत्र ‘वन अर्थ’ के दौरान अफ्रीकी यूनियन को स्थायी सदस्यता दी गई. जबकि भारत, यूरोप, मिडिल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर (India-Middle East-Europe Corridor launched) डील हुई. G20 समिट से इतर पीएम मोदी ने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी की. इन बैठकों में कई अहम बातों पर सहमति भी बनी है.
पढ़ें G20 समिट के पहले दिन की 10 खास बातें:-
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G20 समिट के पहले दिन ही साझा घोषणा पत्र पर सहमति बन गई. शनिवार को दूसरे सेशन की शुरुआत में PM मोदी ने बतौर अध्यक्ष सभी सदस्य देशों की सहमति से नई दिल्ली डिक्लेरेशन पारित कर दिया.
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समिट में शामिल सभी नेताओं ने माना है कि G20 राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने का प्लेटफॉर्म नहीं है. लिहाजा अर्थव्यवस्था से जुड़े अहम मुद्दों पर ही चर्चा हुई. हालांकि, इस नई दिल्ली घोषणापत्र में यूक्रेन युद्ध का 4 बार जिक्र हुआ. लेकिन रूस का एक बार भी नाम नहीं लिया गया.
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G20 का साझा घोषणापत्र कुल 37 पेज का है. इसमें कुल 83 पैराग्राफ हैं. इसे नई दिल्ली डिक्लेरेशन कहा गया है. इसमें कहा गया कि सभी देश सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल पर काम करेंगे. भारत की पहल पर वन फ्यूचर अलायंस बनाया जाएगा. एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य पर जोर दिया जाएगा. ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर जोर दिए जाने को लेकर सहमति बनी.
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‘भारत मंडपम’ में हो रहे G20 समिट के उद्घाटन सत्र ‘वन अर्थ’ के दौरान अफ्रीकी यूनियन को स्थायी सदस्यता दी गई. इसके साथ ही पीएम मोदी ने पिछले साल इंडोनेशिया के बाली में हुए G20 समिट में किया गया अपना वादा भी पूरा किया. पीएम मोदी की इस पहल से अफ्रीकी यूनियन के 55 देशों को फायदा होगा.
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भारत-यूरोप-मिडिल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर पर बेहद अहम समझौता हुआ. फिलहाल 8 देश इस इकोनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा हैं. इस डील को 10 साल में पूरा करने का टारगेट है. इसे चीन के दो प्रोजेक्ट्स का जवाब माना जा रहा है. ये हैं- बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) और चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर या CPEC.
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PM मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च किया. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित ब्राजील, अर्जेंटीना और इटली के राष्ट्राध्यक्ष भी मौजूद रहे. इसके बाद PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के लिए कनेक्टिविटी को बढ़ाना प्राथमिकता है.
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समिट के दो सेशन खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बीच द्विपक्षीय बात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने कारोबारी संबंधों को मजबूत करने और निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की. दोनों नेताओं के बीच हुई इस बैठक ने मुक्त व्यापार समझौते के लिए भी बड़ी उम्मीद जगाई है. दोनों देश आपसी व्यापार और निवेश में तेजी लाने को लेकर दृढ़ संकल्पित हुए हैं.
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इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जापानी समकक्ष फुमिओ किशिदा के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय मुलाकात में कहा कि भारत और जापान संपर्क, वाणिज्य और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के इच्छुक हैं.
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G20 समिट के लिए भारत आए विदेशी मेहमानों के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘भारत मंडपम’ में डिनर होस्ट किया. डिनर में राष्ट्राध्यक्षों, डेलीगेट्स, भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय और राज्य मंत्रियों समेत कुल 170 लोगों को आमंत्रित किया गया. मेन्यू को भारत की परंपरा, रीति-रिवाज और विविधता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया.
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G20 समिट के आखिरी दिन रविवार (10 सितंबर) को तीसरा और अंतिम सेशन होगा. फिर समिट खत्म हो जाएगा. इसके बाद पीएम मोदी की कनाडा, तुर्किए, यूएई और दक्षिण कोरिया से द्विपक्षीय वार्ता होगी. जबकि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सोमवार यानी 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.