लखीमपुर-खीरी38 मिनट पहले
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![आरोपी अनुभव सक्सेना। - Dainik Bhaskar](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/09/10/new-project-2023-09-10t084853972_1694315938.jpg)
आरोपी अनुभव सक्सेना।
लखीमपुर खीरी में चिकित्सा विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर आधा दर्जन से ज्यादा लोगों से ठगी का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब ठग दंपति लोगों से मोटी रकम लेने के बाद प्रदेश स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों की फर्जी मोहर लगाकर नियुक्ति पत्र व्हाट्सएप पर दे रहे थे। जांच में सभी फर्जी निकले। पीड़ित ने थाना गोला में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
मैगलगंज निवासी ओम नारायण सक्सेना ने दी तहरीर में बताया कि उनकी एक रिश्तेदार के कहने पर मिल रोड स्थित गोला निवासी अनुभव सक्सेना व उसकी पत्नी गौरी सक्सेना ने उनसे चिकित्सा विभाग में नौकरी लगवाने के एवज में 50,000 रुपए ले लिए। जिसमें 18,500 ऑनलाइन दिए, बाकी 31,500 रुपए नकद मिल रोड स्थित घर में दोनों को दिए। दरअसल अनुभव सक्सेना ने अपने आप को चिकित्सा विभाग का बड़ा अधिकारी बताते हुए नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया था। पीड़ित ने अपनी रिश्तेदार के कहने पर भरोसा जताते हुए उसे रकम दे दी।
![पीड़ित की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/09/10/cba18f49-0912-4aaa-9e01-1e05fd3f9698_1694311873952.jpg)
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आरोपी अनुभव सक्सेना ने पीड़ित को अपने मोबाइल से व्हाट्सएप के जरिए कई फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिए, जिस पर प्रदेश स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों की मोहर थी। तमाम पत्रों में से एक पत्र में नौकरी दिलाए जाने में से सात लोगों के नाम दर्ज थे। हर बार तारीख निकल जाने के बाद भी पीड़ित की नियुक्ति नहीं हुई तो पीड़ित ठग के घर पहुंचा और अपने रुपए लौटाने को कहा। इसके बाद ठग और उसकी पत्नी ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। जल्दी ही नौकरी लगवाने का आश्वासन भी दिया।
लेकिन कई बार आश्वासन देने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगवाई तो पीड़ितअपने पैसे मांगने के लिए उनके घर पहुंचा। ठग की पत्नी ने पति अनुभव सक्सेना के न होने की बात बताई और अपने आप को वकील होने की बात कहते हुए दोबारा आने पर पीड़ित को जान से मरवाने, छेड़छाड़ में मुकदमा दर्ज करने की धमकी देने लगी। मामले से संबंधित गोला कोतवाल सुनील दुबे ने बताया कि क्षेत्राधिकारी गोला के यहां रिपोर्ट जाएगी। वहां से जैसा आदेश आएगा, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।