डाइट में हैं हेल्दी चीजें शामिल, फिर भी बढ़ रहा है वजन? जरूर कराएं 4 टेस्ट, कहीं कोई बीमारी न हो वेट गेन की वजह

हाइलाइट्स

थायरॉइड होने पर भी शरीर का वजन बढ़ने या घटने लगता है.
पेट में मौजूद बैक्टीरिया के असंतुलित होने पर भी वजन बढ़ सकता है.

Causes of Weight Gain: मोटापे से अधिकतर लोग ग्रस्त हैं. कई बार लगातार बैठे रहने, एक्सरसाइज ना करने, अनहेल्दी ईटिंग हैबिट जैसे जंक फूड, प्रॉसेस्ड फूड के अधिक सेवन से वजन बढ़ने लगता है. इस तरह ज्यादा ध्यान ना दिया जाए तो वजन तेजी से बढ़ने लगता है और एक दिन ऐसा आता है कि आप मोटापे के शिकार हो जाते हैं. वजन बढ़ना शरीर के लिए नुकसानदायक होता है, क्योंकि इसे कंट्रोल ना किया जाए तो आप ओबिसिटी से ग्रस्त हो जाते हैं. मोटाप कई बीमारियों को जन्म देता है. हालांकि, कई बार ऐसा भी होता है कि लोग हेल्दी डाइट तो फॉलो करते हैं, बावजूद इसके वजन बढ़ने लगता है. ऐसी स्थिति में आपको अचानक से बढ़ रहे वजन के मुख्य कारणों का पता लगाना जरूरी हो जाता है. अचानक से वजन बढ़ना इस तरफ इशारा करता है कि आप किसी ना किसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. हेल्दी डाइट लेने के बाद भी वजन क्यों बढ़ रहा है, इसके पीछे क्या कारण हो सकता है, ये जानने के लिए आप कुछ टेस्ट जरूर कराएं. इन टेस्ट के जरिए आप वजन बढ़ने के कारणों के बारे में जान सकते हैं.

थायरॉइड का कराएं टेस्ट- कई बार आपको पता भी नहीं चलता कि कब आप थायरॉइड से ग्रस्त हो गए. थायरॉइड होने पर या तो वजन घटता है या फिर अधिक बढ़ने लगता है. एचटी डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, थायरॉइड ग्लैंड मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने में मुख्य भूमिका निभाती है. थायरॉइड ग्लैंड अंडरएक्टिव (हाइपोथायरॉइडिज्म) है तो इससे मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है. इस तरह से आसानी से वजन बढ़ने लगता है. ऐसे में थायरॉइड फंक्शन टेस्ट टीएसएच और टी4 लेवल का टेस्ट जरूर कराएं. इससे पता चल जाएगा कि किन कारणों से वजन अचानक बढ़ रहा है.

इंसुलिन रेसिस्टेंस, ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट है जरूरी- इंसुलिन रेसिस्टेंस तब होता है, जब शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम प्रतिक्रिया करती हैं, इससे ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ जाता है. इस स्थिति में शरीर में फैट स्टोर की समस्या को बढ़ावा मिलती है. फिर वजन कम करने की सारी कोशिशें नाकाम होने लगती हैं. फिर चाहे आप लाख हेल्दी डाइट का सेवन क्यों ना करें. इंसुलिन रेसिस्टेंस की पहचान करके काफी हद तक वजन बढ़ने से रोका जा सकता है.

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हॉर्मोनल इम्बैलेंस तो नहीं वजन बढ़ने की वजह- यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो इसके पीछे कुछ हॉर्मोनल इम्बैलेंस भी कारण हो सकते हैं. हॉर्मोन कई तरह के महत्वपूर्ण कार्यों को रेगुलेट करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं, जिसमें मेटाबॉलिज्म और भूख को रेगुलेट करना भी शामिल है. कॉर्टिसोल, लेप्टिन, घ्रेलिन, एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टरोन आदि हॉर्मोन के इम्बैलेंस होने से शरीर का वजन भी प्रभावित होता है. ऐसे में समय रहते जरूरी हो जाता है कि आप हॉर्मोन पैनल टेस्ट कराएं, जिससे पता चल सके कि शरीर में कौन-कौन से हॉर्मोन के संतुलन में गड़बड़ हुई है. हॉर्मोन इम्बैलेंस भी वजन बढ़ने का मुख्य कारण हो सकता है.

आंतों की सेहत का कराएं मूल्यांकन: आंतों में मौजूद माइक्रोबियोम पाचन, न्यूट्रिएंट एब्जॉर्प्शन और मेटाबॉलिज्म में जटिल भूमिका निभाता है. पेट में मौजूद बैक्टीरिया के असंतुलित होने पर बॉडी वेट बढ़ने के साथ ही संपूर्ण सेहत प्रभावित हो सकती है. कई बार आंतों में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया हेल्दी डाइट लेने के बाद भी वजन बढ़ने का कारण बन जाती है.

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