देश की राजधानी दिल्ली में आज जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. दुनियाभर के 20 दिग्गज देशों के राजनेता समिट में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. इस दौरान भारत अन्य देशों के साथ कई अहम मुद्दों पर बातचीत कर रहा है. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक रेलवे के माध्यम से मिडिल ईस्टर्न देशों को जोड़ने और बंदरगाहों के माध्यम से भारत को जोड़ने को लेकर अमेरिका, सऊदी अरब अन्य देशों के बीच बातचीत चल रही है. अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना के लिए जी-20 में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
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इन देशों के बीच होगी रेलवे और बंदरगाह डील
अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा कि ” शिपिंग और रेल परिवहन (परियोजना) को एक्सप्लोर करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया जाएगा. यह परियोजना भारत से मध्य पूर्व से यूरोप तक व्यापार, ऊर्जा और डेटा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगी. जॉन फाइनर ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि परियोजना में सऊदी अरब और भारत के साथ प्रमुख प्रतिभागियों में संयुक्त अरब अमीरात और यूरोपीय संघ शामिल होंगे.
जी-20 में इस डील से व्यापार को होगा बड़ा फायदा
इन परियोजनाओं पर सहमति द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैंठकों में महीनों की सावधानीपूर्वक कूटनीति, शांति, सावधानीपूर्वक कूटनीति का परिणाम है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना में अपार संभावनाएं हैं लेकिन इसमें कितना समय लगेगा इस बात का उनको पता नहीं है. परियोजना पर चर्चा करने का एग्रीमेंट जी-20 शिखर सम्मेलन के सबसे ठोस परिणामों में से एक हो सकता है. जी20 नेताओं की यूक्रेन-रूस युद्ध पर बंटे हुए हैं. बता दें कि रेलने और बंदरगाह की डील से शिपिंग में लगने वाली लागत, टाइम, डीजल के उपयोग में काफी कमी आएगी साथ ही दूसरे देशों संग व्यापार सस्ता और आसान हो जाएगा.
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