जी-20 नेताओं ने वित्तीय संस्थानों से अधिकतम विकास प्रभाव के लिए निजी पूंजी का लाभ उठाने को कहा

घोषणापत्र के अनुसार, “हम एमडीबी से अपने विकास प्रभाव को अधिकतम करने के लिए नवीन वित्तपोषण मॉडल और नई साझेदारियों के माध्यम से निजी पूंजी का लाभ उठाने का आह्वान करते हैं। अन्य बहुपक्षीय प्रयासों को स्वीकार करते हुए हम एक नए वैश्विक वित्तपोषण समझौते के लिए शिखर सम्मेलन पर ध्यान देते हैं।

बेहतर, बड़े और अधिक प्रभावी बहुपक्षीय विकास बैंक (एमडीबी) के लिए प्रतिबद्ध जी-20 नेताओं ने शनिवार को नयी दिल्ली घोषणापत्र (नयी दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन) में वित्तीय संस्थानों से अधिकतम विकास प्रभाव बनाने के लिए नवीन वित्तपोषण मॉडल और नई साझेदारियों के माध्यम से निजी पूंजी का लाभ उठाने को कहा।
इसने एमडीबी पूंजी पर्याप्तता फ्रेमवर्क (सीएएफ) की जी-20 स्वतंत्र समीक्षा की सिफारिशों को लागू करने के लिए कार्ययोजना का भी समर्थन किया और एमडीबी के अपने ढांचे के भीतर उनकी दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता, मजबूत क्रेडिट रेटिंग और पसंदीदा ऋणदाता स्थिति की सुरक्षा करते हुए इसके महत्वाकांक्षी कार्यान्वयन का आह्वान किया।

जी-20 नयी दिल्ली घोषणापत्र में कहा गया, “हम एमडीबी, विषय विशेषज्ञों और शेयरधारकों के साथ बातचीत सहित क्रमिक आधार पर कार्यान्वयन की प्रगति की नियमित समीक्षा का भी आह्वान करते हैं। हम सीएएफ सिफारिशों को लागू करने में उनकी प्रगति के लिए, विशेष रूप से जोखिम उठाने की क्षमता और वित्तीय नवाचार की परिभाषाओं को अपनाने के संबंध में एमडीबी की सराहना करते हैं।”
बेहतर, बड़े और अधिक प्रभावी एमडीबी के लिए सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध जी-20 नेताओं ने इन संस्थानों से अपने दृष्टिकोण, प्रोत्साहन संरचनाओं, परिचालन दृष्टिकोण और वित्तीय क्षमताओं को विकसित करने के लिए व्यापक प्रयास करने का आग्रह किया ताकि वे बेहतर ढंग से सुसज्जित हो सकें, जिससे विकासात्मक प्रभाव को अधिकतम करने के लिए वैश्विक चुनौतियों से निपटा जा सके।

घोषणापत्र में कहा गया, “विकास की जरूरतों और वैश्विक चुनौतियों को पूरा करने के लिए निवेश को बढ़ाने के लिए इसपर बड़े पैमाने पर जोर देने की आवश्यकता है और इस संदर्भ में, हम आईएमएफ और विश्व बैंक से अन्य प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ समन्वय में ईएमडीई में घरेलू संसाधन जुटाने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए कहते हैं।”
घोषणापत्र के अनुसार, “हम एमडीबी से अपने विकास प्रभाव को अधिकतम करने के लिए नवीन वित्तपोषण मॉडल और नई साझेदारियों के माध्यम से निजी पूंजी का लाभ उठाने का आह्वान करते हैं। अन्य बहुपक्षीय प्रयासों को स्वीकार करते हुए हम एक नए वैश्विक वित्तपोषण समझौते के लिए शिखर सम्मेलन पर ध्यान देते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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