गोरखपुर दीवानी न्यायालय में वकीलों ने की जमकर नारेबाजी: बोले- पुलिस अधिवक्ताओं से बर्बरता कर रही, शासन इस पर चुप्पी साधे है

गोरखपुर44 मिनट पहले

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गोरखपुर दीवानी न्यायालय में वकीलों का प्रदर्शन। - Dainik Bhaskar

गोरखपुर दीवानी न्यायालय में वकीलों का प्रदर्शन।

हापुड़ घटना के विरोध में शुक्रवार को गोरखपुर दीवानी न्यायालय में अधिवक्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान दिन भर न्यायिक काम-काज ठप रहा। बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार अधिवक्ताओं के साथ बर्बरता करती जा रही है। और शासन इस पर चुप्पी साधे है।

उन्होंने कहा कि अधिवक्ता अपने हक के लिए लड़ना जानते हैं। अगर सरकार ने आरोपी पुलिस वालों पर कार्रवाई नहीं की तो अधिवक्ता बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। हालांकि पूरे प्रदर्शन के दौरान कोई हिंसा नहीं हुई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कचहरी के आस-पास पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद नजर आई।

महिला वकील और कॉन्स्टेबल से हुआ था विवाद
हापुड़ में बीते शुक्रवार को महिला वकील और पुलिस कॉन्स्टेबल के बीच विवाद हो गया था। सड़क पर हुए विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने महिला अधिवक्ता और उसके पिता के खिलाफ FIR दर्ज की थी। जिसके विरोध में हापुड़ बार एसोसिएशन ने मंगलवार को पुलिस पर फर्जी मुकदमा लिखने का आरोप लगाते हुए हापुड़ के तहसील चौराहे को जाम कर दिया। जाम की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया।

इस दौरान पुलिस टीम और अधिवक्ताओं में खींचतान शुरू हो गई। हालात ऐसे बने कि पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर जाम खुलवाया। घटना का विरोध करते हुए मंगलवार दोपहर बाद मेरठ कचहरी में भी वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया। अधिवक्ताओं ने कचहरी में तैनात पुलिस कर्मियों को बाहर भगा दिया और जमकर बवाल काटा। यह बवाल यहीं नहीं थमा, लाठीचार्ज के विरोध में इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वकीलों ने शुक्रवार को न्यायिक कार्य से बहिष्कार करने का निर्णय लिया। मामले को लेकर हाईकोर्ट के वकीलों में काफी रोष है। वहीं घटना वाले दिन से ही हापुड़ में न्यायिक कामकाज पूरी तरह से ठप है। वकील लाठीचार्ज मामले में पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

गोरखपुर न्यायालय परिसर में पसरा सन्नाटा।

गोरखपुर न्यायालय परिसर में पसरा सन्नाटा।

राहगीरों से मारपीट करने का आरोप
पुलिस का आरोप है कि वकील पुलिस और आम राहगीरों से मारपीट करने लगे। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए वकीलों को खदेड़ दिया। पुलिस के लाठीचार्ज में तीन पुलिसकर्मी और तीन वकील घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए हापुड़ सीएचसी में भर्ती कराया गया है। 25 अगस्त को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें कार सवार गाजियाबाद की महिला वकील अपने पिता के साथ बाइक पर सवार सिपाही से न सिर्फ अभद्रता कर रही थी, बल्कि उसने सिपाही की वर्दी पर लगी नेमप्लेट को भी नोंच लिया था। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने सिपाही की तहरीर पर महिला वकील और उसके पिता के खिलाफ सिपाही से मारपीट करने, वर्दी फाड़ने सहित अन्य तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।

FIR दर्ज होने से नाराज वकील

महिला वकील और उसके पिता के खिलाफ FIR दर्ज होने से हापुड़ बार एसोसिएशन के वकील नाराज हो गए। उनका कहना था कि सिपाही महिला वकील की गाड़ी का पीछा करते हुए उससे छेड़छाड़ कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि जब वह इसकी शिकायत दर्ज कराने नगर कोतवाली पहुंचे, तो वहां कोतवाल ने उनसे अभद्रता की। महिला वकील की FIR दर्ज कराने और इंस्पेक्टर को हटवाने की मांग पर वकील अड़ गए। इसके बाद वकीलों ने नगर के प्रमुख चौराहों पर सड़क जाम करने के साथ ही कोतवाली पहुंचकर तोड़फोड़ शुरू कर दिया।

पुलिस का आरोप है कि इस दौरान उन्होंने लॉकअप का दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास किया। हापुड़ के एएसपी मुकेश चंद्र मिश्रा के अनुसार प्रदर्शनकारी वकीलों को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए वकीलों को खदेड़ दिया, वकीलों की तरफ से की गई हाथापाई में तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जबकि तीन वकीलों को लाठीचार्ज में चोट आई हैं। सभी को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। हापुड़ पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।

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