अनूप पासवान/ कोरबा. कोरबा के कोसाबाड़ी में संचालित निर्मला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एक बार फिर से विवादों में आ गया है. अगस्त माह की फीस नहीं दिए जाने का हवाला देकर स्कूल प्रबंधन ने करीब 100 बच्चों को परीक्षा में बैठने से वंचित कर दिया. बच्चों के परिजनों को जब यह बात पता चली तब वे स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन एडवांस में फीस जमा करवाने का फरमान जारी कर दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर बच्चों के साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया. साथ ही स्कूल में बच्चों के लिए समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने की बात भी कही है.
कोरबा शहर के कोसाबाड़ी क्षेत्र में संचालित निर्मला हायर सेकंडरी में उस वक्त विवाद की स्थिति निर्मित हो गई. जब अगस्त माह की फीस नहीं पटाए जाने का हवाला देकर स्कूल प्रबंधन ने कक्षा 6वीं से लेकर 12 वीं तक के करीब सौ बच्चों को परीक्षा में बैठने से वंचित कर दिया और स्कूल के बाहर खड़ा कर दिया. परिजनों को जैसे ही इस बात की जानकारी हुई वैसे ही वे स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया.
परिजनों का कहना है कि वे जुलाई तक की फीस पटा चुके हैं. प्रबंधन एडवांस में अगस्त माह की फीस मांग रहा है. जो सरासर गलत है. इस बात को लेकर परिजनों की सकूल प्रबंधन के साथ काफी बहस हुई. मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल के शिक्षक बच्चों से बुरा बर्ताव करते हैं. बच्चों के साथ मारपीट की जाती है. वहीं स्कूल में बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान नहीं दिया जाता.
शिक्षा के बाजारीकरण पर रोक लगाने की मांग पिछले लंबे समय से की जा रही है. बावजूद इसके यह काम संभव नहीं हो पा रहा है. यही वजह है कि स्कूलों में फीस के नाम पर बच्चों को प्रताड़ित करने की शिकायतें सामने आती रहती है. यह पहली मर्तबा नहीं है जब निर्मला स्कूल विवादों में घिरा हो. इससे पहले भी कई बार किसी न किसी बात को लेकर स्कूल प्रबंधन की जमकर फजीतह हुई है. परिजनों ने प्रशासन से ऐसे स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, जो शिक्षा को केवल और केवल व्यवसाय का जरिया बनाकर रख लिया है.
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FIRST PUBLISHED : August 22, 2023, 15:41 IST