ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को ₹1 लाख करोड़ का नोटिस: GST अथॉरिटीज ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स को लेकर मांगा जवाब

नई दिल्ली13 मिनट पहले

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गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) को लेकर ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को GST अथॉरिटीज की ओर से अब तक 1 लाख करोड़ रुपए का कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। ये जानकारी सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने मीडिया को दी है।

यह मामला 1 अक्टूबर 2023 तक के पीरियड से जुड़ा है, जिसमें ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों की सर्विसेज पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स 18% की बजाय 28% की दर से GST लग रहा है।

52वीं GST काउंसिल की बैठक के बाद, सरकार ने साफ किया था कि ऑनलाइन गेमिंग पर 28% की टैक्स देनदारी अभी की नहीं है। बल्कि ये तो पहले से ही मौजूद है।

कंपनियों का कहना है कि इन पर 18% की दर से ही GST लगाई जानी चाहिए। इसी को लेकर टैक्स अधिकारियों और ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के बीच खींचतान चल रही है।

गेमिंग और गैंबलिंग में अंतर- गैंबलिंग चांस का गेम है। गेमिंग एक स्किल है, जैसे चेस खेलते हैं।

गेमिंग और गैंबलिंग में अंतर- गैंबलिंग चांस का गेम है। गेमिंग एक स्किल है, जैसे चेस खेलते हैं।

1 अक्टूबर से ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST
बता दें कि 1 अक्टूबर से ऑनलाइन गेमिंग पर 28% गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) लगना शुरू हो गया है GST काउंसिल ने जुलाई में ऑनलाइन गेमिंग, हॉर्स-रेसिंग और कैसिनो पर 28% GST लगाने का ऐलान किया था। 2 अगस्त को 51वीं बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया गया था। अब तक इन खेलों पर 18% तक टैक्स लगता था।

बीते दिनों सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स (CBIC) के चेयरमैन संजय अग्रवाल ने कहा था कि ऑनलाइन गेमिंग पर 1 अक्टूबर से ही 28% GST लगेगा। उन्होंने कहा कि गेमिंग कंपनियों को इसके लागू करने के प्रोसेस के तहत लीगल नोटिस भी भेज दिया गया है। इसके लागू होने के 6 महीने बाद इसकी समीक्षा की जाएगी।

एंट्री लेवल पर ही लगेगा 28% टैक्स
टैक्स केवल एंट्री लेवल पर कलेक्ट किया जाएगा। मान लीजिए आपने गेम खेलने के लिए 100 रुपए डिपॉजिट किए। इन पैसों पर 28% GST लगेगा। अब आप गेम में जीत हासिल करते हैं और ये रकम बढ़कर 200 रुपए हो जाती है। अब इन 200 रुपए को आप विड्रॉ नहीं करते हैं और फिर से गेम खेलते हैं। तो इन पैसों पर दोबारा 28% GST नहीं लेगेगा।

देश का ऑनलाइन गेमिंग बाजार कितना बड़ा है?
देश के 40 करोड़ लोग ऑनलाइन गेम खेलते हैं। 2025 तक इस इंडस्ट्री के 5 अरब डॉलर यानी करीब ₹41 हजार करोड़ होने के आसार हैं। 2017-2020 के बीच देशी मोबाइल गेमिंग इंडस्ट्रीज 38% सालाना की दर से बढ़ी थी। इस इंडस्ट्री के बढ़ने का रफ्तार दुनिया में सबसे तेज है। भारत के बाद चीन और अमेरिका का गेमिंग ग्रोथ 8% और 10% है।

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