उत्तर भारत की पहली टॉक्सिकोलॉजी लैब केजीएमयू में, जहर से हो रही मौतों पर लगेगी रोक

ऋषभ चौरसिया/लखनऊ. केजीएमयू के फॉरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग में एक नई और आधुनिक लैब शुरू की गई है. जहां अब दवाओं की ओवरडोज और सभी प्रकार के जहर की जांच की जा सकेगी. अधिकारियों के मुताबिक यह उत्तर भारत की पहली टॉक्सिकोलॉजी लैब है, जहां मरीजों के इलाज से जुड़ा काम भी होगा.

इस प्रयोगशाला में पेस्टीसाइड और दवाओं के ओवरडोज की जांच हो सकेगी. सांप व दूसरे जहरीले जीव-जंतु के जहर की जांच की सुविधा भी होगी. इस लैब में नींद व दूसरी दवाओं के दुष्प्रभाव का भी आसानी से पता लगाया जा सकेगा. इन जांचों की कीमत लगभग 200 रुपये तय की गई है

स्वास्थ्य सेवाओं और सुरक्षा को मिलेगा बढ़ावा

लैब की प्रमुख डॉ. शिऊली राठौर के मुताबिक जल्द ही लोगों को फोन से सूचनाएं भी मुहैया कराई जाएगी. यदि किसी व्यक्ति ने गलती से कुछ खा लिया, तो परिवार का सदस्य यहां संपर्क कर सकता है. फोन पर  उनको प्राथमिक जानकारी दी जाएगी, ताकि मरीज को इलाज मिलने तक गंभीरता से बचाया जा सके. इस नई सुविधा के माध्यम से लोगों को जहरीले पदार्थों और दवाओं के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी मिलेगी, जो उन्हें स्वस्थ रहने में मदद करेगी. यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा को बढ़ावा देगा.

.

FIRST PUBLISHED : September 11, 2023, 16:48 IST

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *