दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों को लेकर की गई टिप्पणी के लिए उप राज्यपाल वी.के.सक्सेना को शनिवार को आड़े हाथ लेते हुए उनसे कहा कि आरोप-प्रत्यारोप में उलझने के बजाए एक टीम की तरह काम करें ताकि सफल आयोजन सुनिश्चित किया जा सके.
यह भी पढ़ें
सक्सेना ने शनिवार को कहा कि यदि शहर की सरकार ने पिछले नौ साल काम किया होता तो राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों के लिए इस समय इतने प्रयास नहीं करने पड़ते.
सक्सेना ने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जी-20 तैयारियों की केवल एक बैठक में हिस्सा लिया और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार का कोई अन्य मंत्री किसी बैठक में शामिल नहीं हुआ.
केजरीवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘‘ भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के अधीन गत 15 साल से रहे दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने काम किया होता तो कम प्रयास की जरूरत पड़ती. एमसीडी का कर्तव्य दिल्ली की सफाई है. हम एमसीडी में सत्ता में आने के बाद से काम कर रहे हैं. एमसीडी कर्मियों को 13 साल के बाद समय से वेतन मिलना शुरू हुआ है. अब वे प्रेरित हो रहे हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, ‘‘उनके प्रयासों को कमतर न करें. ऐसे समय में जब हम सभी अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं, आरोप-प्रत्यारोप का खेल न खेलें और सभी को एक टीम के रूप में काम करने दें.”
जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों में दिल्ली सरकार की भूमिका के बारे सक्सेना ने कहा, ‘‘पिछले दो महीने में किए गए कार्यों से यह साबित हो गया है कि यदि उन्होंने (आप ने) पूरे नौ साल काम किया होता, तो अपेक्षाकृत कम प्रयासों की आवश्यकता होती.”
दिल्ली नौ और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगी. इस वैश्विक आयोजन की तैयारियों के तहत, बाढ़ और सिंचाई विभाग एवं लोक निर्माण विभाग सहित दिल्ली सरकार के विभिन्न विभाग, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और केंद्र सरकार की कई एजेंसियां काम कर रही हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)