अनूप पासवान/कोरबा. कोरबा के कटघोरा स्थित जवाली बस्ती में दुर्लभ वन्य प्राणी पाया गया है. पैंगोलिन यहां कहां से आया इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है. लोगों ने जानवर को पकड़कर पिंजरे में कैद कर लिया, फिर वन विभाग को सूचना दी. मौके पर पहुंचे वन अमले ने पैंगोलिन को कब्जे में लिया फिर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया.
छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला जैव विविधताओं वाला क्षेत्र है. यहां के जंगलों में कई तरह के दुर्लभ वन्य प्राणी मौजूद हैं, जो समय-समय पर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं. ऐसा ही कुछ कटघोरा के जवाली क्षेत्र में हुआ, जहां दुर्लभ वन्य प्राणी पैंगोलिन पहुंच गया. पैंगोलिन को देखते ही लोग आश्चर्यचकित हो गए.
नेपाल, चीन में डिमांड
गौरतलब है कि पैंगोलिन अति दुर्लभ वन्य प्राणियों की श्रेणी में आता है, जिसके तस्करी के मामले हमेशा सामने आते रहते हैं. नेपाल और चीन में इसकी काफी मांग है. इसकी खाल से दवा बनाई जाती है. जानकारों का मानना है कि पैंगोलिन चीटियां खाते हैं, इसलिए इसे चीटी खोर भी कहा जाता है.
जानिए कौन है पैंगोलिन
एक अनुमान के अनुसार, एक पैंगोलिन साल में करीब 7 करोड़ चीटियां खा लेता है. वह चीटियां जो फसलों के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं. साथ ही बड़े पशुओं के लिए भी बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती हैं. ऐसे में पैंगोलिन को बचाना पर्यावरण एवं जैव विविधता के लिए भी जरूरी है.
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FIRST PUBLISHED : August 27, 2023, 17:29 IST