दरअसल, यूट्यूब के कर्मचारियों को चिंता है कि यूट्यूब शॉर्ट्स पूरे यूट्यूब बिजनेस को खत्म कर सकता है।
Youtube shorts ने सबसे बड़े वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब के कर्मचारियों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, यूट्यूब के कर्मचारियों को चिंता है कि यूट्यूब शॉर्ट्स पूरे यूट्यूब बिजनेस को खत्म कर सकता है। बता दें कि, देश में टिक- टॉक पर बैन के बाद यूट्यूब ने 2020 में भारत में शॉर्ट्स नाम से अपना शॉर्ट-फॉर्म वीडियो सेक्शन लॉन्च किया है जो काफी लोकप्रिय है।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब के कर्मचारियों को ये चिंता है कि यूट्यूब शॉर्ट्स को काफी पसंद किया जा रहा है। जिसका असर लॉन्ग फॉर्म वीडियो कंटेंट पर पड़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि यूट्यूब शॉर्ट्स को लेकर दर्शकों का फीडबैक अच्छा है लेकिन इससे दर्शकों को पारंपरिक लंबे कंटेंट वाले वीडियो कम पसंद आ रहे हैं। हाल ही में यूट्यूब रणनीति बैठकों में इस जोखिम को लेकर चर्चा हुई है कि लंबी वीडियो जो कंपनी के लिए ज्यादा राजस्व पैदा करता है एक फॉर्मेट के रूप में खत्म हो रही है।
बता दें कि, साल 2020 में यूट्यूब शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म को टिक टॉक के बैन होने के बाद लाया था। इस एप ने कम समय में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली थी। इसी की तर्ज पर यूट्यूब शॉर्ट्स को 2020 में ही पेश किया गया था। सिर्फ गूगल ही नहीं मेटा ने भी इंस्टाग्राम की तर्ज पर शॉर्ट वीडियो की सुविधा को पेश किया था। शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म को काफी दर्शक मिल रहे हैं जिसका सीधा असर लंबे फॉर्मेट वाले वीडियो पर पड़ रहा है।
वहीं यूट्यूब अपनी कमाई विज्ञापनों से करता है। और शॉर्ट वीडियो में एड ना के बराबर होते हैं। ऐसे में बड़ी वीडियो पर आने वाले एड ही यूट्यूब की कमाई का मुख्य जरिया हैं।
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