पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा है कि केंद्र सरकार ने जो महिला आरक्षण बिल लाया है उसका वह समर्थन करते हैं. सीएम ने कहा कि इस बिल को पहले उन्होंने बिहार में लाया था और राज्य में लागू किया था. वहीं, महिला आरक्षण बिल में SC/ST और OBCको अलग से आरक्षण दिए जाने की मांग की. सीएम ने कहा कि इसी महिला आरक्षण बिल के अंदर आरक्षण का प्रावधान किया जाना चाहिए. सीएम ने जातीय गणना को लेकर फिर से सवाल खड़ा किया और कहा कि हम यह भी चाहते हैं कि केंद्र जातीय गणना पूरे देश में कराए.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में 35 प्रतिशत आरक्षण हमने महिलाओं को दिया था और सबसे ज्यादा महिलाओं को आरक्षण बिहार में मिला है. साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि यह कब तक केंद्र सरकार लागू करेगी यह अभी तक पता नहीं है. वहीं, CM नीतीश ने कहा कि परिसीमन का कार्य भी जल्द से जल्द हो जाना चाहिए. कांग्रेस के क्रेडिट के सवाल पर सीएम ने कहा कि, हम तो शुरू से कहते थे कि महिला आरक्षण बिल आए और हमारी यह मांग शुरुआत के समय से है.
बता दें कि संसद एवं विधानसभाओं में महिलाओं के आरक्षण के लिए केंद्र सरकार ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम विधेयक’ लेकर आई है. संसद के विशेष सत्र में इस पर चर्चा हो रही है. कांग्रेस पार्टी समेत कई पार्टियों ने इसको लेकर केंद्र सरकार के लाए बिल का समर्थन किया है. इसी क्रम में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बिना शर्त समर्थन की घोषणा की है. खास बात यह है कि रिजर्वेशन में कोटा के भीतर कोटा के नाम पर राजद इसके विरोध में खड़ा है.
जाहिर है इस मुद्दे को लेकर बिहार की राजनीति में भी हलचल है और भाजपा ने सीएम नीतीश कुमार से बड़ी मांग कर दी है. भाजपा के राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सीएम नीतीश कुमार को राजद द्वारा महिला आरक्षण पर समर्थन के लिए मनाने की मांग की है. सुशील मोदी ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार को यह सुनिश्चित करना चाहिए राजद इस विधेयक के पारित होने में कोई अड़ंगेबाजी न कर सके.
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FIRST PUBLISHED : September 20, 2023, 12:15 IST